नई दिल्ली: प्रभा खेतान फाउंडेशन के तत्वावधान में प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर द्वारा लेखक संजीव सराफ की पुस्तक “लव लॉन्गिंग लॉस इन उर्दू पोएट्री” का विमोचन किया गया. रेख़्ता बुक्स द्वारा प्रकाशित इस किताब में उर्दू के महान कवियों के 1200 सर्वश्रेष्ठ दोहों का अंग्रेजी में पुनर्सृजन किया गया है.
इस अवसर पर द अहसास वुमन ऑफ दिल्ली की हुमा खलील, लेखक संजीव सराफ और जावेद अख्तर के मध्य पुस्तक और उर्दू साहित्य पर लंबी चर्चा हुई.
संजीव सराफ की पुस्तक “लव लॉन्गिंग लॉस इन उर्दू पोएट्री” उर्दू प्रेम कविता को गैर-उर्दू पाठकों के करीब ले जाने के लिए विशेषरूप से लिखी गई है. अंग्रेजी में लिखी इस किताब में प्रसिद्ध उर्दू कवियों और शायरों जैसे मीर, ग़ालिब, मोमिन, दाग, फ़ैज़ और कई अन्य दिग्गजों के दोहों का सुंदर प्रतिलेखन किया गया है. यह किताब एक प्रेमी की भावनाओं के विभिन्न चरणों का एक काव्यात्मक अंग्रेजी पुनर्सृजन है जिससे एक प्रेमी को गुजरना होता है. किताब में भावनाओं के विभिन्न चरणों – लालसा, पारस्परिक प्रभाव, प्रेम, स्वामित्व, प्रतिद्वंद्विता, अलगाव और उन्माद को शब्दों में पिरोया गया है.
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लेखक, संजीव सराफ रेख़्ता फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं, कहते हैं, “अंग्रेजी में पुनर्सर्जन करते हुए उर्दू शायरी की प्रामाणिकता, तरलता और आत्मा को बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती थी, जिसे गैर-देशी उर्दू पाठक किताब पढ़ते समय महसूस कर सकते हैं. ‘लव लॉन्गिंग लॉस’ के माध्यम से, मैंने पाठकों को प्यार के एक निर्देशित दौरे पर ले जाने की कोशिश की है जिसमें उन्हें विचार, भावना और अभिव्यक्ति के विभिन्न रंगों, शैलियों और सूक्ष्मताओं से रूबरू कराया जा सके.”
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प्रभा खेतान फाउंडेशन की कार्यकारी ट्रस्टी अनिंदिता चटर्जी के अनुसार, “हम इस किताब को “किताब” नामक अपनी पहल के हिस्से के रूप में जारी कर रहे हैं. इसके तहत, हमने वीर संघवी, डॉ. शशि थरूर, पवन वर्मा, और अन्य कई प्रसिद्ध लेखकों की पुस्तकों को प्रकाशित किया है. यह किताब हमारी अपनी भाषा-उर्दू और इसकी विश्व प्रसिद्ध कविता को गैर-देशी उर्दू पाठकों तक प्रसारित करने में सहायता करेगी. इसके माध्यम से कला और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा.
लेखक के बारे में
उद्योगपति, निवेशक और सामाजिक उद्यमी संजीव सराफ ने कई भूमिकाएं निभाईं, लेकिन उर्दू शायरी के लिए उनका जुनून उनके दिल के सबसे करीब है. उनके द्वारा स्थापित रेख़्ता फाउंडेशन विभिन्न समारोहों और कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं के बीच ग्रंथों के संरक्षण और भाषा के प्रचार के लिए व्यापक कार्य करने के अलावा, उर्दू भाषा और साहित्य के लिए विश्व के सबसे बड़े और सबसे लोकप्रिय संसाधन की मेजबानी करता है.
प्रभा खेतान फाउंडेशन
प्रभा खेतान फाउंडेशन- पीकेएफ 1980 के दशक की शुरुआत में लेखक, कवि, उद्यमी स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान द्वारा स्थापित एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट है. यह फाउंडेशन प्रदर्शन कला, संस्कृति, शिक्षा, साहित्य, लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है.
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