सुप्रसिद्ध अभिनेत्री सुषमा सेठ को 29 मार्च को 'मेटा' लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. (Image- Youtube)
महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) और फेस्टिवल 2023 ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा कर दी है. इस बार यह सम्मान भारतीय रंगमंच, फिल्म और टीवी की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री सुषमा सेठ को दिए जाने का फैसला हुआ है. सुषमा सेठ को 29 मार्च को कमानी ऑडिटोरियम में सम्मानित किया जाएगा.
टीमवर्क आर्ट्स और महिंद्रा ग्रुप ने इंडिया हैबिटैट सेंटर में मेटा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड का ऐलान किया. थिएटर डायरेक्टर नीलम मानसिंह चौधरी, संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित अभिनेता मोहन अगाशे, पुरस्कृत थिएटर कलाकार और अभिनेत्री शेर्नाज़ पटेल, इंडियन थिएटर डायरेक्टर अमल अल्लाना,पुरस्कृत थिएटर डायरेक्टर ब्रूस गुथ्रे, फिल्म अभिनेत्री अरुंधति नाथ और डाइरेक्टर इंडिया हेबिटेट सेंटर सुनीत टंडन मेटा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की चयनित समिति में शामिल थे. इन्होंने ही सुषमा सेठ के नाम पर सहमति व्यक्त की.
इस दौरान महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) और फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन 23 से 29 मार्च तक नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम और श्री राम सेंटर में होगा. आयोजन के दौरान ज्यूरी सदस्यों और थिएटर प्रेमियों के सम्मुख दस नाटकों का मंचन किया जाएगा.
इस साल मेटा फेस्टिवल में विविधता को ध्यान में रखते हुए देशभर के नाटकों को शामिल किया गया है. नाटकों के लिए देशभर से 400 आवेदन आए थे. इनमें से असमी, अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, मारवाड़ी और तमिल भाषी नाटकों का चयन किया है.
बता दें कि इससे पहले मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भारतीय थिएटर की कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया है, जिनमें बादल सिरकार (2010), ज़ोहरा सहगल (2011), खालिद चौधरी (2012), इब्राहिम अल्काजी (2013), गिरीश कर्नाड (2014), हेस्नाम कन्हाई लाल (2015), रतन थियम (2016), अरुण काकडे (2017), विजय मेहता (2018), महेश एलकुंचवार (2019) और बैरी जॉन (2020) शामिल हैं.
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के उपाध्यक्ष (हेड-कल्चरल आउटरीच) जय शाह ने कहा कि रंगमंच की वरिष्ठ अदाकारा सुषमा सेठ को मेटा 2023 का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान करते हुए हम रोमांचित हैं. सुषमा सेठ रंगमंच की जटिलताओं, बारीकियों, क्राफ्ट और शैली से परिचित हैं. रंगमंच की अपनी असीम क्षमताएं हैं और उसका साथ देना हमारे लिए गर्व की बात है.
टीमवर्क्स आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजॉय के. रॉय ने कहा कि मेटा के 18वें संस्करण में लगभग सभी महत्वपूर्ण मसलों को शामिल किया गया है, जैसे जातीय राजनीति, कला, पुराण, विस्थापन, पहचान और ट्रांसजेंडर की अवधारणा. उन्होंने कहा कि रंगमंच हमेशा से सामाजिक जागरूकता का बेहतरीन साधन रहा है, और मेटा की खासियत है नाट्यकला के सभी पहलुओं की श्रेष्ठता.
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