एससी-एसटी एक्ट के विरोध में अशोकनगर में सामूहिक मुंडन

सामूहिक मुंडन के बाद प्रदर्शन करते लोग.
प्रधानमंत्री, भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी सांसदों के प्रतीकस्वरूप फोटो पोस्टर पर लगाकर उनके समक्ष मुंडन कराया गया. इस मौके पर सांसदों के फोटो के समक्ष उन्हें मृत मानते हुए युवाओं ने रुदन किया और नारेबाजी की.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: September 14, 2018, 11:34 PM IST
सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में मध्यप्रदेश के अशोकनगर में एक विशाल सामूहिक मुंडन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्थानीय तुलसी पार्क में आयोजित मुंडन कार्यक्रम में सैकड़ों युवाओं और बुजुर्गों ने एक्ट के विरोध में स्वेच्छा से केशत्याग किया.
प्रधानमंत्री, भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी सांसदों के प्रतीकस्वरूप फोटो पोस्टर पर लगाकर उनके समक्ष मुंडन कराया गया. इस मौके पर सांसदों के फोटो के समक्ष उन्हें मृत मानते हुए युवाओं ने रुदन किया और नारेबाजी की.
मुंडन के बाद सभी सांसदों के फोटो को एक सांकेतिक अर्थी पर रखकर शहर में घुमाया गया. अर्थी के दौरान वास्तविकता दिखाने के लिए उल्टे बाजे भी बजाए गए. विरोध प्रदर्शन के दौरान सांसदों के फोटो को जूतों से मारा गया और उनके ऊपर काली स्याही भी फेंकी गई. इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही.
प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना था कि यह विरोध किसी एक दल का न होकर संसद में बैठे हर व्यक्ति का है, जो बिल पास होने के दौरान वहां मौजूद था. प्रदर्शनकर्ताओं की मानें तो यह विरोध दिन-प्रतिदिन विशाल रूप लेता जाएगा और आगामी चुनाव में इसका नतीजा भी सामने आ जाएगा.
प्रधानमंत्री, भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी सांसदों के प्रतीकस्वरूप फोटो पोस्टर पर लगाकर उनके समक्ष मुंडन कराया गया. इस मौके पर सांसदों के फोटो के समक्ष उन्हें मृत मानते हुए युवाओं ने रुदन किया और नारेबाजी की.
मुंडन के बाद सभी सांसदों के फोटो को एक सांकेतिक अर्थी पर रखकर शहर में घुमाया गया. अर्थी के दौरान वास्तविकता दिखाने के लिए उल्टे बाजे भी बजाए गए. विरोध प्रदर्शन के दौरान सांसदों के फोटो को जूतों से मारा गया और उनके ऊपर काली स्याही भी फेंकी गई. इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही.
प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना था कि यह विरोध किसी एक दल का न होकर संसद में बैठे हर व्यक्ति का है, जो बिल पास होने के दौरान वहां मौजूद था. प्रदर्शनकर्ताओं की मानें तो यह विरोध दिन-प्रतिदिन विशाल रूप लेता जाएगा और आगामी चुनाव में इसका नतीजा भी सामने आ जाएगा.