सात घंटे के रेस्क्यू के बाद मलबे से बाहर निकाली दो जिंदगियां, एक की मौत

मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में बोर खनन के दौरान जमीन धंसने के बाद फंसे दो लोगों को सात घंटे के बचाव अभियान के बाद बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया, जिसमें से गंभीर रूप से घायल एक की गुना जिला अस्पताल में मौत हो गई
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में बोर खनन के दौरान जमीन धंसने के बाद फंसे दो लोगों को सात घंटे के बचाव अभियान के बाद बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया, जिसमें से गंभीर रूप से घायल एक की गुना जिला अस्पताल में मौत हो गई
- News18Hindi
- Last Updated: December 2, 2017, 7:46 PM IST
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में बोर खनन के दौरान जमीन धंसने के बाद फंसे दो लोगों को सात घंटे के बचाव अभियान के बाद बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया, जिसमें से गंभीर रूप से घायल एक की गुना जिला अस्पताल में मौत हो गई.
दरअसल, अशोकनगर के पोरुखेड़ी गांव निवासी लखन रघुवंशी शनिवार सुबह लगभग 10 बजे अपने घर के बाहर बोर को गहरा कराने के लिए कर्मचारियों के साथ खुदाई करवा रहे थे. अचानक गड्ढे की मिट्टी धंस गई, जिससे लखन रघुवंशी (45) और राकेश केवट (21) उसमें दब गए थे.
इससे आसपास काम कर रहे लोगों के बीच हडकंप मच गया. आनन-फानन में लोगों ने मौके पर बचाव कार्य शुरू किया. सूचना मिलते ही अशोकनगर जिला अस्पताल के अमले ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया. और घायलों को ऑक्सीजन पहुंचाना शुरू कर दिया. प्रशासनिक अमले ने जेसीबी मशीन से खुदाई करते हुए लगभग 7 घंटे तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रखा था.
लगभग 7 घंटे के बचाव कार्य के बाद दोनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाल लिया गया था, घटनास्थल से तत्काल दोनों को गुना जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर्स ने राकेश को मृत घोषित कर दिया.
दरअसल, अशोकनगर के पोरुखेड़ी गांव निवासी लखन रघुवंशी शनिवार सुबह लगभग 10 बजे अपने घर के बाहर बोर को गहरा कराने के लिए कर्मचारियों के साथ खुदाई करवा रहे थे. अचानक गड्ढे की मिट्टी धंस गई, जिससे लखन रघुवंशी (45) और राकेश केवट (21) उसमें दब गए थे.
इससे आसपास काम कर रहे लोगों के बीच हडकंप मच गया. आनन-फानन में लोगों ने मौके पर बचाव कार्य शुरू किया. सूचना मिलते ही अशोकनगर जिला अस्पताल के अमले ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया. और घायलों को ऑक्सीजन पहुंचाना शुरू कर दिया. प्रशासनिक अमले ने जेसीबी मशीन से खुदाई करते हुए लगभग 7 घंटे तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रखा था.
लगभग 7 घंटे के बचाव कार्य के बाद दोनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाल लिया गया था, घटनास्थल से तत्काल दोनों को गुना जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर्स ने राकेश को मृत घोषित कर दिया.