होम /न्यूज /मध्य प्रदेश /Positive Story: मजदूर परिवार कैसे करवाता नवजात की हार्ट सर्जरी? कलेक्टर ने की पहल, अब मुंबई में मुफ्त इलाज

Positive Story: मजदूर परिवार कैसे करवाता नवजात की हार्ट सर्जरी? कलेक्टर ने की पहल, अब मुंबई में मुफ्त इलाज

अतीक्ष को हार्ट ऑपरेशन के लिए एंबुलेंस से मुंबई के लिए रवाना किया गया.

अतीक्ष को हार्ट ऑपरेशन के लिए एंबुलेंस से मुंबई के लिए रवाना किया गया.

हम जानते हैं कि इलाज कितना महंगा और गरीबी किस कदर है. क्या होता है जब महंगे इलाज के अभाव में कोई मां बाप अपने अबोध, नवज ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : चितरंजन नेरकर

बालाघाट. तीन माह के अतीक्ष के इलाज की कहानी संवेदनशीलता और सहयोग की मिसाल बनकर सामने आ रही है. बालाघाट और जबलपुर से निराश होने के बाद इस शिशु को अब मुंबई के अस्पताल में इलाज के लिए भिजवाया गया है, जहां इलाज मुफ्त हो रहा है. असल में इस नवजात की हालत ऐसी थी कि इसे कुछ देर के लिए भी ऑक्सीजन के बगैर नहीं रखा जा सकता था. चूं​कि माता पिता गरीब मज़दूर वर्ग से थे इसलिए उनके पास मुंबई जाने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन ऐसे में जिला कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तमाम इंतज़ाम हुए और रास्ते खुलते चले गए.

रेंंगाटोला के रहने वाले दीपक बिसेन के नवजात अतीक्ष को दिल का एक गंभीर रोग पता चला तो गरीब मां-बाप के होश उड़ गए. बिसने अपने बच्चे को डीईआईसी जिला चिकित्सालय बालाघाट में इलाज के लिए लाए थे. पीआईसीयू में भर्ती कराने के बाद बच्चे की स्थिति बिगड़ी तो उसे मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर कर दिया गया. एक सप्ताह तक वहां इलाज के बाद पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट ने बच्चे को टॉपआईसीआर हार्ट सर्जरी के लिए मुंबई रेफर कर दिया. यहां से बिसेन परिवार के सामने डर और मुसीबत खड़ी हुई तो बाद में उम्मीद रंग भी लाई.

कैसे हुआ मुंबई जाने का इंतज़ाम?

बच्चे को बिना ऑक्सीजन के एक मिनट भी नहीं रखा जा सकता था. ऐसी स्थिति में उसे फिर बालाघाट जिला अस्पताल भेज दिया गया. यहां बच्चे के बारे में जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक राजाराम चक्रवर्ती को जानकारी मिली तो उन्होंने यह मामला तुरंत सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे को बताया कि बच्चे को ऑक्सीजन सहित एंबुलेंस से बालाघाट से मुंबई भिजवाना है.

पांडे ने भी फुर्ती दिखाते हुए तुरंत जिला कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से बात की. बिसेन परिवार की आर्थिक समस्या के मद्देनज़र मिश्रा ने पांडे को निर्देश दिए कि रेडक्रॉस सहायता निधि से राशि स्वीकृत कर बच्चे को प्राइवेट एंबुलेंस से तत्काल मुंबई भिजवाया जाए. अतीक्ष को ऑक्सीजन वाली एंबुलेंस से मुंबई के लिए रवाना किया गया.

मुंबई में मुफ्त हो रहा अतीक्ष का इलाज

इस बच्चे को मुंबई के नारायणा हृदयालय एनएचएसआरसीसी (NHSRCC) चिल्ड्रन हॉस्पिटल भिजवाया गया है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निशुल्क इलाज कराया जाएगा. बिसने परिवार के चेहरे पर खुशी के साथ मदद मिलने से तसल्ली भी है. कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के गुण गाते इस परिवार को अब उम्मीद है कि अतीक्ष जल्द ठीक होकर उनकी गोद में खेलेगा.

Tags: Free Treatment, Mp news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें