होम /न्यूज /मध्य प्रदेश /MP farmer: फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए भिंड के किसानों का अनूठा प्रयोग

MP farmer: फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए भिंड के किसानों का अनूठा प्रयोग

किसानों के सहयोग से बने चारागाह में बैठी गाएं

किसानों के सहयोग से बने चारागाह में बैठी गाएं

अक्सर बेसहारा मवेशी फसलों को बर्बाद कर देते हैं और किसानों को लंबा नुकसान पहुंचाते हैं. लेकिन, भिंड के किसानों का एक अन ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: अरविंद शर्मा

भिंड: बेसहारा मवेशियों की वजह से यहां के कई गांवों में हर साल लाखों की फसल बर्बाद हो जाती थी. इस समस्या से क्षेत्र के किसान परेशान थे. फिर उन्होंने एक ऐसा रास्ता निकाला, जिससे पशुओं को भी भोजन मिलने लगा और उनकी फसलें भी बच गईं. भिंड के इस गांव के किसानों का यह अनूठा प्रयोग जब सफल हुआ तो इसकी हर ओर चर्चा होने लगी. अब दूसरे किसान भी ऐसा कर फसलों को बचा रहे हैं.

किसानों के इस प्रयोग से गौ-सेवा तो हो ही रही है, साथ ही उनकी लाखों की उपज भी सुरक्षित है. मवेशियों से फसल को बचाने के लिए गांव में ही पांच एकड़ जमीन में पशुओं के लिए एक आश्रय स्थल बनाया गया है. इसमें बेसहारा गायों को छोड़ दिया जाता है और गांव के लोग उन्हें रोज भोजन और चारा देते हैं. इस तरीके से किसान भी खुश हैं और पशुओं को भी भरपेट भोजन मिल रहा है.

पंचायत में किया फैसला
यह अनूठा प्रयोग भिंड के मसूरी गांव में देखने को मिल रहा है. यहां के हनुमान मंदिर के प्रद्युम्न  महाराज की सलाह पर गांववालों ने पंचायत लगाकर एक अच्छा फैसला लिया. पंचायत में सभी लोगों ने बेसहारा गायों से हो रहे फसल के नुकसान को रोकने के लिए गौशाला खोलने पर सहमति जताई, जिसके बाद लोगों ने खुद के पैसे से गांव में मंदिर की 5 बीघा जगह लेकर गौशाला खोली.

हर किसान दे रहा 200 रुपये
मसूरी गांव में गौशाला खुलते ही आसपास की 300 गायों को यहां रखा जा रहा है. ऐसे में गांव के हर किसान से 200 रुपये बीघा के हिसाब से राशि ली जा रही है. इसके अलावा गौशाला प्रबंधन ने तीन कर्मचारियों को देखभाल के लिए तैनात भी किया है, जिसका खर्चा भी गांव के लोग ही करते है.

भूखी गायें अब फसल नहीं करतीं बर्बाद
मसूरी गांव में आवारा गायों से हर कोई परेशान था. ग्रामीणों की इस पहल से अब भूखी गायों को तो खाना मिल ही रहा है, उनकी फसल भी सुरक्षित है. ग्रामीणों के मुताबिक इस गांव में पहले बेसहारा मवेशियों की वजह से फसल पैदा करने में परेशानी का सामना करना पड़ता था, जिससे अब मुक्ति मिल गई है.

Tags: Bhind news, Mp farmer, Mp news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें