29 बाल मज़दूर मुक्त
बच्चों की तस्करी
मध्य प्रदेश में मानव तस्करी का खुलासा हुआ है. गिरोह के तार चेन्नई से जुड़े थे. बालाघाट ज़िले के इन बच्चों को चेन्नई ले जाया गया था. बच्चों को बंधुआ बनाकर रखा गया था. दलालों ने वहां पहले जूस की एक फैक्ट्री में बच्चों से काम कराया. उसके बाद दो दलाल उन्हें लेकर मुंबई जा रहे थे. हैदराबाद स्टेशन पर जीआरपी की नज़र इन बच्चों पर पड़ गयी. पुलिस को देखते हुए दलाल भाग खड़े हुए.
भोपाल लाए गए बच्चे
हैदराबाद पुलिस ने भोपाल पुलिस को सूचना दी. उसके बाद जीआरपी औ महिला बाल विकास विभाग की एक टीम यहां से हैदराबाद के लिए रवाना हुई. टीम इन बच्चों को रेस्क्यू कर ट्रेन से भोपाल लेकर आयी. यहां पहुंचते ही चाइल्ड लाइन की टीम भी पहुंच गयी. बच्चों से पूछताछ कर उनके घर और परिवार के बारे में पता लगाकर अब उनके घर बालाघाट भेजा जा रहा है.
ये भी पढ़ें-मिशन चंद्रयान-2 पर रतलाम के इस परिवार की भी टिकी थीं निगाहें
मिशन चंद्रयान-2: MP का कैमोर शहर चर्चा में क्यों है?
.
Tags: Child Labour Amendment Act 2016, Child sexual abuse, Child sexual harassment
Xiaomi का सबसे तगड़ा फोन हुआ लॉन्च, 20 हजार से भी कम है शुरुआती कीमत, फास्ट चार्जिंग के साथ मिलेगा सुपर कैमरा
1882 में कहां से आया iPhone, क्या टाइम ट्रैवलिंग का है ये मामला? रहस्य को लेकर इंटरनेट पर उलझी जनता
बॉलीवुड इतिहास की पहली रंगीन फिल्म, 20 साल बाद लोगों को समझ आई कहानी!, यहीं से फूटी थी 'मंटो' की क्रांति!