बारिश के बाद अब एमपी की ज्यादातर सड़कों का हाल ऐसा है.
भोपाल. मध्य प्रदेश में हुई झमाझम बारिश के बाद राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में सड़कों की बखिया उधड़ चुकी है. लोग परेशान हैं. दुर्घटनाएं बढ़ गयी हैं लेकिन नेता हैं कि अब भी राजनीति में उलझे हुए हैं. सरकारी विभाग एक दूसरे को चिट्ठियां लिखकर आरोप लगाने में व्यस्त हैं.
बारिश के बाद पूरे प्रदेश की सड़कों का हाल खराब है. राजधानी भोपाल की सड़कें भी उखड़ चुकी हैं. जगह जगह गढ्ढे हैं. गढ्ढे और उड़ती धूल लोगों को परेशान कर रही है. राजधानी में ज्यादातर सड़कें बारिश के कारण उखड़ गई हैं बारिश थमने के बाद कुछ गड्ढों में मिट्टी भर दी गई थी जो अब धूल के गुबार में सामने आ रही है. लेकिन खराब सड़कों को दुरुस्त करने की जगह जिम्मेदार एक दूसरे को पत्र लिखकर एक दूसरे की जिम्मेदारी याद दिला रहे हैं.
खराब सड़कों पर चिट्ठी पॉलिटिक्स
खराब सड़कों पर इन दोनों चिट्ठी पॉलिटिक्स जोरों पर है. एक हफ्ते पहले भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखा था. गारंटी पीरियड में खराब हुई सड़कों की मेंटेनेंस फार्म कोट्रेक्टर से कराने के लिए कहा था. इसके अगले दिन भोपाल की महापौर मालती राय ने भी खराब सड़कों पर संज्ञान लिया. निगम की सड़कों की जगह पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखकर सड़कों को सुधारने की बात कही. महापौर ने पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनयर को सड़कों की मरम्मत के लिए चिट्ठी लिखी है.
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पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को कोसा
महापौर और अध्यक्ष के ध्यान दिलाने के बाद पीडब्ल्यूडी भी हरकत में आया. वहां के इंजीनियर संजय मस्के ने नगर निगम कमिश्नर को चिट्ठी लिख दी. बीते 2 दिनों में वो दो बार चिट्ठी लिख चुके हैं. मस्के ने पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर बिना अनुमति के सीवेज, पानी और गैस पाइप लाइन डालने के लिए गढ्ढे करने पर ऐतराज दताया और तुरंत मरम्मत कराने के लिए कहा.
अंदर अफसर-बाहर नेता उलझे
मतलब साफ है नगर निगम के अंदर महापौर और अध्यक्ष उलझे हुए हैं और बाहर नगर निगम और पीडब्ल्यूडी. नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा गारंटी पीरियड में खराब हुई राजधानी की सड़कों को सुधारने की जिम्मेदारी नगर निगम से संबंधित ठेकेदार की है. उन्होंने नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर उन्हें जल्द सुधारने के लिए कहा है. भोपाल महापौर के पीडब्ल्यूडी को लिखे गए पत्र पर कहां कि यह उनका विषय है.
नगर निगम और पीडब्ल्यूडी झगड़े में व्यस्त
खराब सड़कों को लेकर नगर निगम पीडब्ल्यूडी के बीच विवाद बढ़ रहा है. पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने राजधानी की 16 किलोमीटर लंबी सड़कें खराब करने के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है. इसमें सीवेज पाइपलाइन और गैस पाइपलाइन का जिक्र है जिसके कारण सड़कें खराब हुई हैं. उन्हें सुधारने की जिम्मेदारी नगर निगम की है. भोपाल में नगर निगम के अंतर्गत आने वाली 288, पीडब्ल्यूडी की 25, बीडीए की 10 सड़कें बुरी तरीके से खराब हैं. लेकिन अफसर और नेता उनकी मरम्मत से ज्यादा चिट्ठी लिखने में व्यस्त हैं.
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