BHOPAL : MP में बंद नहीं होंगे सहकारी बैंक, सरकारी राशन दुकानों पर अब और भी सामान बिकेगा

MP NEWS : दूसरे प्रदेशों में किए गए नये प्रयोग एमपी के सहकारी बैंकों में अमल में लाए जाएंगे.
BHOPAL : अब सरकारी राशन दुकानों (Ration shops) पर राशन के साथ दूसरा सामान भी बेचने की भी अनुमति दी जाएगी. यह सामान स्थानीय जरूरतों के हिसाब से उपलब्ध रहेगा.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: January 31, 2021, 11:38 PM IST
भोपाल.मध्य प्रदेश (MP) के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. प्रदेश में खुले सहकारी बैंक बंद नहीं होंगे. विभाग के मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा बैंक बंद होने की बात सिर्फ अफवाह है.इसी के साथ सहकारिता विभाग की पैक्स संस्थाओं में कनिष्ठ संविदा विक्रेताओं की नियुक्ति की जाएगी. विभाग ने 3629 कनिष्ठ संविदा विक्रेताओं की नियुक्ति के सिलसिले में आदेश जारी कर दिए हैं. कनिष्ठ संविदा विक्रेताओं को 6 हज़ार रुपये मानदेय मासिक मिलेगा. इससे सरकार पर 26.13 करोड़ का सालाना भार आएगा. 10 फरवरी तक नियुक्तियां शुरू हो जाएंगी.
बंद नहीं होंगे कोऑपरेटिव बैंक
इस सवाल के जवाब में कि मध्यप्रदेश में कॉपरेटिव बैंक की स्थिति ठीक नहीं है और कुछ अफवाहें ऐसी भी चल रही है कि बैंक बंद हो सकती हैं. इस पर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा मध्यप्रदेश में कोई भी कोऑपरेटिव बैंक बंद नहीं की जाएगी. अभी जो सिस्टम चल रहा है वह सिस्टम आगे भी चलता रहेगा. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि कोऑपरेटिव बैंक और सहकारिता विभाग के सिस्टम को बेहतर करने के लिए दूसरे प्रदेशों में सहकारी बैंकों के सिस्टम का अध्ययन किया जा रहा है. अच्छे उपाय मध्यप्रदेश में भी लागू किए जाएंगे.
राशन दुकानों पर मिलेगी ये सुविधा
इसके साथ ही सहकारिता विभाग ने एक और महत्वपूर्ण फैसला किया है. इसके तहत अब सरकारी राशन दुकानों पर दूसरे सामान को बेचने की भी अनुमति दी जाएगी. यह अनुमति स्थानीय जरूरतों के हिसाब से दी जाएगी. विभाग का मानना है कि इससे राशन दुकान संचालन चलाने वालों को अतिरिक्त फायदा होगा. विभाग पैक्स संस्थाओं को कंप्यूटरीकृत करने पर भी काम कर रहा है. प्रदेश भर में 4523 संस्थाओं को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा. पैक्स संस्थाओं को आत्म निर्भर योजना के तहत एक प्रतिशत ब्याज पर ऋण भी दिया जाएगा.
बंद नहीं होंगे कोऑपरेटिव बैंक
इस सवाल के जवाब में कि मध्यप्रदेश में कॉपरेटिव बैंक की स्थिति ठीक नहीं है और कुछ अफवाहें ऐसी भी चल रही है कि बैंक बंद हो सकती हैं. इस पर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा मध्यप्रदेश में कोई भी कोऑपरेटिव बैंक बंद नहीं की जाएगी. अभी जो सिस्टम चल रहा है वह सिस्टम आगे भी चलता रहेगा. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि कोऑपरेटिव बैंक और सहकारिता विभाग के सिस्टम को बेहतर करने के लिए दूसरे प्रदेशों में सहकारी बैंकों के सिस्टम का अध्ययन किया जा रहा है. अच्छे उपाय मध्यप्रदेश में भी लागू किए जाएंगे.
इसके साथ ही सहकारिता विभाग ने एक और महत्वपूर्ण फैसला किया है. इसके तहत अब सरकारी राशन दुकानों पर दूसरे सामान को बेचने की भी अनुमति दी जाएगी. यह अनुमति स्थानीय जरूरतों के हिसाब से दी जाएगी. विभाग का मानना है कि इससे राशन दुकान संचालन चलाने वालों को अतिरिक्त फायदा होगा. विभाग पैक्स संस्थाओं को कंप्यूटरीकृत करने पर भी काम कर रहा है. प्रदेश भर में 4523 संस्थाओं को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा. पैक्स संस्थाओं को आत्म निर्भर योजना के तहत एक प्रतिशत ब्याज पर ऋण भी दिया जाएगा.