स्वीपर मशीन की सांकेतिक तस्वीर
स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 में भोपाल शहर को नंबर वन पर लाने की कवायद शुरू हो गई है. इस बार इंदौर की तर्ज पर शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई के लिए विदेश से 'स्वीपर मशीनें' मंगाई जा रही हैं. इन मशीनों से न केवल सड़कों की सफाई होगी, बल्कि पानी की फुहार से भी सड़कों को धोया जाएगा.
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएससीडीसीएल) इस पर करीब 27 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है. इसके लिए कार्पोरेशन ने निजी कंपनी का चयन कर लिया है. यह कंपनी आगामी पांच सालों तक शहर में सफाई व्यवस्था संभालेगी.
निगम कमिशनर अविनाश लवानिया ने बताया की स्वीपर मशीनों से शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई होगी. इसमें तीनों लिंक रोड, भदभदा रोड, स्मार्ट रोड, रोशनपुरा से लालघाटी, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के बीच मशीनें लगाई जाएंगी. इनसे रोजाना 400 किमी लंबाई तक की सड़कें चकाचक हो सकेंगी. इससे धूल के कारण होने वाले प्रदूषण की समस्या से भी राहत मिलेगी.
ये मशीनें इटली से मंगाई जा रही हैं. साइड वर्थ, फुटपाथ, स्मारक, बोर्ड की सफाई और धुलाई के लिए छोटी मशीन रहेगी. इसके अलावा टिपर भी मंगाए जाएंगे, जो सफाई के बाद एकत्र होने वाले कचरे को कचरा पेटी तक ले जाएगा. नए साल के जनवरी महीने में स्वच्छता सर्वेक्षण होना है, ऐसे में सफाई व्यवस्था जल्द से जल्द शुरू करने के लिए कंपनी को निर्देशित किया गया है.
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