MP : पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के घर खड़े रह गए ट्रैक्टर, खिलौने लेकर धरने पर बैठे कांग्रेसी

आज से एमपी विधानसभा का सत्र शुरू होना था.
कांग्रेस नेता अरुण यादव (Arun Yadav) ने कहा पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamalnath) के फैसला बदलने के कारण कार्यक्रम की रूपरेखा को बदला गया है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 28, 2020, 9:03 PM IST
भोपाल.दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Kisan andolan) के समर्थन में कांग्रेस (Congress) पार्टी का भोपाल में हुआ आंदोलन आपसी गुटबाजी में उलझ कर रह गया. कांग्रेस पार्टी ने तय किया था कि 28 दिसंबर को विधानसभा सत्र के पहले दिन किसान आंदोलन के समर्थन में विधानसभा का घेराव करेगी.पार्टी ने बड़े स्तर पर इसकी तैयारी की थी.
कांग्रेस पार्टी ने किसान आंदोलन की जिम्मेदारी किसान नेता और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को दी थी. इस बीच कांग्रेस की घोषणा को देखते हुए प्रशासन ने विधानसभा के आसपास के इलाके में धारा 144 लागू कर भारी वाहनों के प्रवेश पर बैन लगा दिया. उसके बावजूद अरुण यादव ने बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली बुलवा लिए और अपने घर के सामने लगवा लिए. लेकिन ऐनवक्त पर कल शाम हुई सर्वदलीय बैठक में विधानसभा सत्र स्थगित करने का फैसला हो गया. इसलिए सारे ट्रैक्टर ट्रॉली अरुण यादव के घर पर ही खड़े रह गए.
...घेराव होकर रहेगाविधानसभा सत्र स्थगित होने के बाद भी कांग्रेस नेता अरुण यादव का एक बयान सामने आया था. उसमें उन्होंने दावा किया था कि सत्र भले ही स्थगित हो गया लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर बैठकर विधानसभा का घेराव करेंगे. लेकिन नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने विधानसभा घेराव का कार्यक्रम बदलकर मौन धरना देने का फैसला कर लिया. इसी को लेकर कांग्रेस के अंदर गुटबाजी अब देखने को मिल रही है.
मौन धरना
विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों ने आज गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया. कांग्रेस विधायकों ने हाथ में खिलौने के ट्रैक्टर लेकर नये कृषि कानून का विरोध और किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया. लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर सवाल इस बात को लेकर उठ रहा है कि जब इतनी बड़ी संख्या में ट्रैक्टर किसानों को भोपाल में बुला लिया गया था, उसके बावजूद विधानसभा का घेराव का कार्यक्रम एन वक्त पर क्यों बदला गया और कांग्रेस विधायकों को खिलौनों के ट्रैक्टर लेकर प्रदर्शन क्यों करना पड़ा.
कुछ नहीं बोले अरुण यादव
हालांकि इस मामले में कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कोई नाराज़गी नहीं जताए. उन्होंने कहा किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस के विधानसभा घेराव की पूरी तैयारी थी. बड़ी संख्या में हम उन्हें राजधानी में जोड़ चुके थे. ट्रैक्टर बुला लिए गए थे. पीसीसी चीफ कमलनाथ के फैसला बदलने के कारण कार्यक्रम की रूपरेखा को बदला गया है. कहीं ना कहीं अरुण यादव पीसीसी चीफ कमलनाथ के बदले कार्यक्रम से नाखुश बताए जा रहे हैं.
कोई गुटबाज़ी नहीं
विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम बदलने पर अरुण यादव की नाराजगी की अटकलों पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा विधानसभा सत्र स्थगित होने के कारण कार्यक्रम बदलने का फैसला हुआ. कांग्रेस पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है.

कांग्रेस का प्लान फ्लॉप
कांग्रेस किसान आंदोलन के जरिए बीजेपी को घेरने की तैयारी में थी. लेकिन प्रदर्शन से पहले ही उसका प्लान फ्लॉप हो गया. ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रह गए. विधायक मायूस रह गए.
कांग्रेस पार्टी ने किसान आंदोलन की जिम्मेदारी किसान नेता और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को दी थी. इस बीच कांग्रेस की घोषणा को देखते हुए प्रशासन ने विधानसभा के आसपास के इलाके में धारा 144 लागू कर भारी वाहनों के प्रवेश पर बैन लगा दिया. उसके बावजूद अरुण यादव ने बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली बुलवा लिए और अपने घर के सामने लगवा लिए. लेकिन ऐनवक्त पर कल शाम हुई सर्वदलीय बैठक में विधानसभा सत्र स्थगित करने का फैसला हो गया. इसलिए सारे ट्रैक्टर ट्रॉली अरुण यादव के घर पर ही खड़े रह गए.
...घेराव होकर रहेगाविधानसभा सत्र स्थगित होने के बाद भी कांग्रेस नेता अरुण यादव का एक बयान सामने आया था. उसमें उन्होंने दावा किया था कि सत्र भले ही स्थगित हो गया लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर बैठकर विधानसभा का घेराव करेंगे. लेकिन नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने विधानसभा घेराव का कार्यक्रम बदलकर मौन धरना देने का फैसला कर लिया. इसी को लेकर कांग्रेस के अंदर गुटबाजी अब देखने को मिल रही है.
मौन धरना
विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों ने आज गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया. कांग्रेस विधायकों ने हाथ में खिलौने के ट्रैक्टर लेकर नये कृषि कानून का विरोध और किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया. लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर सवाल इस बात को लेकर उठ रहा है कि जब इतनी बड़ी संख्या में ट्रैक्टर किसानों को भोपाल में बुला लिया गया था, उसके बावजूद विधानसभा का घेराव का कार्यक्रम एन वक्त पर क्यों बदला गया और कांग्रेस विधायकों को खिलौनों के ट्रैक्टर लेकर प्रदर्शन क्यों करना पड़ा.
कुछ नहीं बोले अरुण यादव
हालांकि इस मामले में कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कोई नाराज़गी नहीं जताए. उन्होंने कहा किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस के विधानसभा घेराव की पूरी तैयारी थी. बड़ी संख्या में हम उन्हें राजधानी में जोड़ चुके थे. ट्रैक्टर बुला लिए गए थे. पीसीसी चीफ कमलनाथ के फैसला बदलने के कारण कार्यक्रम की रूपरेखा को बदला गया है. कहीं ना कहीं अरुण यादव पीसीसी चीफ कमलनाथ के बदले कार्यक्रम से नाखुश बताए जा रहे हैं.
कोई गुटबाज़ी नहीं
विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम बदलने पर अरुण यादव की नाराजगी की अटकलों पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा विधानसभा सत्र स्थगित होने के कारण कार्यक्रम बदलने का फैसला हुआ. कांग्रेस पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है.
कांग्रेस का प्लान फ्लॉप
कांग्रेस किसान आंदोलन के जरिए बीजेपी को घेरने की तैयारी में थी. लेकिन प्रदर्शन से पहले ही उसका प्लान फ्लॉप हो गया. ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रह गए. विधायक मायूस रह गए.