भोपाल. भोपाल में पकड़े गए जमात ए मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकवादियों के कोलकाता (Kolkata) कनेक्शन का भी पर्दाफाश हो गया है. इनके मददगार और फंडिंग करने वाले दो आतंकवादियों (Terrorist) को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. पांच दिन पहले एमपी एटीएस ने भोपाल के ऐशबाग इलाके से बांग्लादेश के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था. उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में रोजाना कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. इनकी निशानदेही पर अब कोलकाता से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. लोकल एजेंसी ने एमपी ATS के इनपुट पर इन दोनों आतंकियों को पकड़ा है.
मदद के साथ फंडिंग
भोपाल से पकड़े गए चार आतंकियों की मदद करने वाले कोलकाता के रफीक और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हावड़ा में STF ने इन दोनों को पकड़ा. ये भोपाल में पकड़े गए JMB आतंकवादियों को आर्थिक मदद पहुंचाते थे. इन्हीं आतंकवादियों ने इन चारों को कुछ महीनों के लिए रहने की जगह भी मुहैया कराई थी. रफीक और उसका साथी भी JMB के सदस्य हैं. इन दोनों आतंकियों से एमपी एटीएस भी पूछताछ कर रही है. दोनों को जल्द ही ट्रांजिट रिमांड पर लिया जाएगा. आतंकवादियों के पास से बरामद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का डाटा रिकवर किया जा रहा है.
भोपाल पुलिस नींद से जागी
राजधानी भोपाल में पकड़े गए JMB आतंकवादी सालों से यहां किरायेदार बनकर रह रहे थे लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. अब पुलिस किरायेदारों का डाटा तैयार करवा रही है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर ने थानों के बीट प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द अपने इलाके में रह रहे किरायेदारों का डाटा तैयार करें. साथ ही कलेक्टर ने भी इसके आदेश जारी किए हैं. मकान मालिक अगर किरायेदारों की जानकारी छुपाएंगे तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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चारों हार्डकोर आतंकवादी
JMB आतंकी केस में एक बड़ा अपडेट ये है कि 10 राज्यों में रिमोट बेस स्लीपर सेल का खुलासा हुआ है. उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, असम, त्रिपुरा, दिल्ली, एमपी में स्लीपर सेल तैयार किए गए. चारों आतंकवादी एमपी के अलावा कई राज्यों में रुक चुके हैं. वो इतने हाईटेक हैं कि इंटरनेट वाइस कॉल से बांग्लादेश में बैठे अपने आकाओं से बात करते थे. ये तालिबान के साथ अलकायदा संगठन से भी प्रभावित थे. चारों हार्डकोर आतंकी हैं और आतंक फैलाने में पूरी तरह ट्रेंड हैं. साथ ही अच्छी हिंदी बोलते हैं.
शक से बचने के लिए हिंदी सीख ली है
चारों आतंकवादी फजहर अली, मोहम्मद अकील, जहूरुद्दीन और फजहर जैनुल आदिल, बांग्लादेश के जेएमबी के पूरी तरह ट्रेंड और हार्डकोर सदस्य हैं. किसी को शक ना हो इसलिए उन्होंने अच्छी हिंदी बोलना भी सीख लिया था. इसलिए किसी को उनके बांग्लादेशी होने का शक नहीं हुआ. सूत्रों के अनुसार पूछताछ में दस राज्यों उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, असम, त्रिपुरा, मप्र और दिल्ली में रिमोट बेस स्लीपर सेल का खुलासा हुआ है.
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