'गांधी संकल्प यात्रा' में आखिर क्यों शामिल नहीं हो रहीं BJP सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर!

गांधी संकल्प यात्रा से दूर हैं भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर.
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Bhopal MP Sadhvi Pragya Thakur) को लेकर पार्टी के सॉफ्ट कॉर्नर पर सियासत भी हो रही है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: October 7, 2019, 11:03 PM IST
भोपाल. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) पूरे देश में 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) से 'गांधी संकल्प यात्रा' निकाल रही है, लेकिन भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Bhopal MP Sadhvi Pragya Thakur) पार्टी के इस सबसे बड़े और खास कैंपेन से नदारद हैं. जबकि वह 2 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित स्वच्छता अभियान में शामिल नहीं हुई थीं. हालांकि इस दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former CM Shivraj Singh Chauhan) के साथ साध्वी उमा भारती ने भाग लिया था.
साध्वी को लेकर उठ रहे हैं सवाल
'गांधी संकल्प यात्रा' पदयात्रा शुरू हुई और करीब एक हफ्ते बाद तक भी साध्वी प्रज्ञा इससे नदारद हैं. ऐसे में अब सवाल खड़े होने लगे हैं कि साध्वी के पदयात्रा में शामिल न होने को लेकर क्या कोई खास वजह है? वैसे बीजेपी ने सभी सांसदों के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किमी की पदयात्रा अनिवार्य की है. जबकि जो सांसद पदयात्रा करने में सक्षम नहीं हैं उनके लिए रिले फॉर्म में पदयात्रा में शामिल होने का विकल्प है. साध्वी प्रज्ञा इस रूप में भी अब तक यात्रा में शामिल नहीं हुई हैं. इससे पहले भी साध्वी प्रज्ञा कई बार विवादों में घिर चुकी हैं.
विवादों में रही हैं साध्वी साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठाए थे. जबकि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. साध्वी के इस बयान पर पीएम मोदी ने नाराजगी जताई थी. साध्वी का मामला अनुशासन समिति को भेजा गया, जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ. वैसे साध्वी प्रज्ञा गांधी पदयात्रा को लेकर आयोजित हुई संगठन की बैठकों से भी नदारद रहीं. संगठन स्तर की बाकी बैठकों से भी उनकी गैर-मौजूदगी सवाल खड़े करती रही है.
कांग्रेस बनाम भाजपा
साध्वी को लेकर बीजेपी के सॉफ्ट कॉर्नर पर सियासत भी हो रही है. कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल के मुताबिक ये बीजेपी के दोहरे मापदंड को दिखाता है. साध्वी को लेकर बीजेपी कार्रवाई की बात करती है, लेकिन कुछ करती नहीं है. जबकि बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि पार्टी में छोटे बड़े का कोई भेद नहीं है.
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साध्वी को लेकर उठ रहे हैं सवाल
'गांधी संकल्प यात्रा' पदयात्रा शुरू हुई और करीब एक हफ्ते बाद तक भी साध्वी प्रज्ञा इससे नदारद हैं. ऐसे में अब सवाल खड़े होने लगे हैं कि साध्वी के पदयात्रा में शामिल न होने को लेकर क्या कोई खास वजह है? वैसे बीजेपी ने सभी सांसदों के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किमी की पदयात्रा अनिवार्य की है. जबकि जो सांसद पदयात्रा करने में सक्षम नहीं हैं उनके लिए रिले फॉर्म में पदयात्रा में शामिल होने का विकल्प है. साध्वी प्रज्ञा इस रूप में भी अब तक यात्रा में शामिल नहीं हुई हैं. इससे पहले भी साध्वी प्रज्ञा कई बार विवादों में घिर चुकी हैं.
विवादों में रही हैं साध्वी साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठाए थे. जबकि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. साध्वी के इस बयान पर पीएम मोदी ने नाराजगी जताई थी. साध्वी का मामला अनुशासन समिति को भेजा गया, जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ. वैसे साध्वी प्रज्ञा गांधी पदयात्रा को लेकर आयोजित हुई संगठन की बैठकों से भी नदारद रहीं. संगठन स्तर की बाकी बैठकों से भी उनकी गैर-मौजूदगी सवाल खड़े करती रही है.
कांग्रेस बनाम भाजपा
साध्वी को लेकर बीजेपी के सॉफ्ट कॉर्नर पर सियासत भी हो रही है. कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल के मुताबिक ये बीजेपी के दोहरे मापदंड को दिखाता है. साध्वी को लेकर बीजेपी कार्रवाई की बात करती है, लेकिन कुछ करती नहीं है. जबकि बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि पार्टी में छोटे बड़े का कोई भेद नहीं है.
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