CM शिवराज ने किसके लिए कहा, एक ही लाइन का ऑर्डर है-" जड़ से नष्ट कर दो !"

CM शिवराज ने आज भोपाल में कमिश्नर-आईजी वीडियो कॉन्फ्रेंस की.
सरकार की यह सख्ती मुरैना (MORENA) में जहरीली शराब कांड में 24 लोगों की मौत के बाद दिखाई दे रही है. मुरैना में जिस तरह जहरीली शराब (Liquor) का कहर बरपा है उसके बाद से ही सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर है
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: January 19, 2021, 8:52 PM IST
भोपाल.आज भोपाल में हुई कलेक्टर कमिश्नर एसपी आईजी कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) बिल्कुल बदले हुए अंदाज में नजर आए. जैसे ही वीडियो कॉन्फ्रेंस शुरू हुई मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को यह कहते हुए हैरान कर दिया कि आप सबके लिए बस एक ही लाइन का ऑर्डर है कि अवैध शराब का कारोबार करने वालों को जड़ से नष्ट कर दो. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि माफिया की जड़ पर प्रहार करें. ये कैसे करना है आप लोग (अधिकारी) मुझसे बेहतर जानते हैं. जिले के अधिकारी ठान लें तो अवैध शराब का धंधा करने वाले बचेंगे नहीं. सीएम ने कहा संयुक्त टीम काम करे और गंदगी की सफाई करें.।
अधिकारी होंगे जिम्मेदार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान अधिकारियों से कहा कि अब जिम्मेदारी अधिकारियों की है. अवैध शराब के कारोबार को कैसे खत्म करना है यह आप लोग तय करें.अगर अगली बार कहीं पर अवैध शराब का कारोबार पकड़ा गया तो फिर इसके लिए सबसे पहले आबकारी विभाग और फिर जिलों के कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे. इसके बाद संभाग के आईजी और कमिश्नर की जिम्मेदारी होगी,मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की वीडियो कॉन्फ्रेंस सिर्फ एक लाइन के निर्देश के लिए है कि अवैध शराब के माफिया बचने ना पाए.
मुरैना जहरीली कांड के बाद सख्ती
सरकार की यह सख्ती मुरैना में जहरीली शराब कांड में 24 लोगों की मौत के बाद दिखाई दे रही है. मुरैना में जिस तरह जहरीली शराब का कहर बरपा है उसके बाद से ही सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर है. हाल ही में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने घटना स्थल का दौरा भी किया था. समिति ने अपनी पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है. यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अवैध शराब का कारोबार रोकने के लिए सरकार आबकारी नीति में भी कुछ संशोधन कर सकती है.
अधिकारी होंगे जिम्मेदार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान अधिकारियों से कहा कि अब जिम्मेदारी अधिकारियों की है. अवैध शराब के कारोबार को कैसे खत्म करना है यह आप लोग तय करें.अगर अगली बार कहीं पर अवैध शराब का कारोबार पकड़ा गया तो फिर इसके लिए सबसे पहले आबकारी विभाग और फिर जिलों के कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे. इसके बाद संभाग के आईजी और कमिश्नर की जिम्मेदारी होगी,मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की वीडियो कॉन्फ्रेंस सिर्फ एक लाइन के निर्देश के लिए है कि अवैध शराब के माफिया बचने ना पाए.
सरकार की यह सख्ती मुरैना में जहरीली शराब कांड में 24 लोगों की मौत के बाद दिखाई दे रही है. मुरैना में जिस तरह जहरीली शराब का कहर बरपा है उसके बाद से ही सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर है. हाल ही में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने घटना स्थल का दौरा भी किया था. समिति ने अपनी पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है. यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अवैध शराब का कारोबार रोकने के लिए सरकार आबकारी नीति में भी कुछ संशोधन कर सकती है.