भय्यू महाराज के सुसाइड पर हैरान है हर कोई, ट्विटर पर दे रहे श्रद्धांजलि

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डायरी के एक छोटे से पन्ने पर लिखे इस सुसाइड नोट से पता चलता है कि भय्यू महाराज कुछ दिनों से बेहद तनाव में थे.
- News18Hindi
- Last Updated: June 12, 2018, 5:17 PM IST
शिवराज सिंह ने लिखा है कि संत भय्यूजी महाराज को सादर श्रद्धांजलि. 'देश ने संस्कृति, ज्ञान और सेवा की त्रिवेणी व्यक्तित्व को खो दिया'. 'आपके विचार अनंत काल तक समाज को मानवता की सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे'
बता दे कि भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर को इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग स्थित अपने बंगले पर खुद को गोली मार ली. भय्यू महाराज को उनके नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बाद में पुलिस उनके बंगले पर पहुंची, जहां एक सुसाइड नोट मिला है.
राष्ट्रसंत श्री भय्यू जी महाराज के अवसान से उन अनगिनत लोगों को व्यक्तिगत क्षति हुई है जिन्हें अपने आध्यात्मिक ज्ञान से उन्होंने जीवन जीने की राह दिखाई। नर्मदा सेवा मिशन से उनके जुड़ाव एवं पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में किए गए कार्य को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
राष्ट्रसंत श्री भय्यू जी महाराज के अवसान से उन अनगिनत लोगों को व्यक्तिगत क्षति हुई है जिन्हें अपने आध्यात्मिक ज्ञान से उन्होंने जीवन जीने की राह दिखाई। नर्मदा सेवा मिशन से उनके जुड़ाव एवं पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में किए गए कार्य को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 12, 2018
Shocked to know about the unfortunate demise of Spiritual leader #BhaiyyujiMaharaj. May his soul rest in peace. My heartfelt condolences to the grieving family.
— Praful Patel (@praful_patel) June 12, 2018
भय्यूजी महाराज की खुदकुशी का समाचार सुनकर स्तब्ध हूं, उनको मेरी श्रद्धांजलि। #BhaiyyujiMaharaj
— Uma Bharti (@umasribharti) June 12, 2018
बहुत ही दुःखद खबर है कि भय्यूजी महाराज जैसे संत अब हम सबके बीच नहीं रहे। उनके असामयिक निधन पर मेरी ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।
— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia) June 12, 2018
आध्यात्मिक गुरु श्री भय्यूजी महाराज यांच्या निधनाची दु:खद बातमी कळली. त्यांच्याशी माझे व्यक्तिगत जिव्हाळ्याचे संबंध होते. त्यांचा हा अकाली मृत्यु मनाला चटका लावणारा आहे. माझी विनम्र श्रद्धांजलि.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 12, 2018
Bhaiyyuji Maharaj who always was apart of my family is no more ...Such a shock to all his followers n us too ..always called me 'akka saheb' ..So much pain these incidents give ..#BhaiyyujiMaharaj
— PankajaGopinathMunde (@Pankajamunde) June 12, 2018
डायरी के एक छोटे से पन्ने पर लिखे इस सुसाइड नोट से पता चलता है कि भय्यू महाराज कुछ दिनों से बेहद तनाव में थे. सुसाइड नोट के अनुसार, 'परिवार के दायित्व को संभालने के लिए किसी को वहां होना चाहिए. मैं बेहद परेशान होकर तनाव के साथ जा रहा हूं.'
कौन थे भय्यू महाराज
-शुजालपुर के एक किसान परिवार में जन्मे भय्यूजी महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख था.
-इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते थे.
-भय्यू महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी था जिनका निधन हो चुका है.
-माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है.
-भय्यू महाराज नाम तब चर्चा में आया था, जब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क किया था.
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौंडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी जैसी हस्तियां उनके आश्रम आ चुके हैं.