कांग्रेस नेता
दिग्विजय सिंह ने कल कार्यकर्ताओं से माफ़ी मांगने के बाद आज कहा कि कार्यकर्ता चाहें तो मेरे 10 पुतले फूंक दें. बात टिकट वितरण के बाद पनपे असंतोष के बारे में हो रही थी.
दिग्विजय सिंह टिकट वितरण के बाद कांग्रेस में पनपे असंतोष पर कल कार्यकर्ताओं से माफी मांग चुके हैं. आज उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को अपना गुस्सा निकालने का मौका देना चाहिए. दिग्विजय सिंह ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा, जिसे टिकट नहीं मिला उसका गुस्सा होना स्वाभाविक है. गुस्सा निकालने का पूरा मौका कार्यकर्ताओं को देना चाहिए और अगर दिग्विजय का पुतला फूंककर गुस्सा निकले तो फिर मेरे 10 पुतले फूंक देने चाहिए.
दिग्विजय ने कहा पार्टी ने मुझे कभी हाशिए पर नहीं डाला. मेरे बारे में लोग ग़लत प्रचार करते हैं कि मेरे बोलने से वोट कम होते हैं. उन्होंने कहा मेरी सीएम शिवराज को खुली चुनौती है कि वो अपने और मेरे कार्यकाल के बारे में खुले मंच पर चर्चा करें. मेरी ऐसी कोई योजना नहीं थी जो जनता के लिए न हो.
दिग्विजय सिंह ने कहा 2003 में कांग्रेस की हार की वजह सड़क-बिजली और पानी नहीं था. बल्कि कर्मचारियों की नाराज़गी और पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के कारण हमें हारे थे. लेकिन बीजेपी ने लगातार दुष्प्रचार किया. मैंने 98 में जो घोषणाएं कीं, उन पर काम हो रहा है या नहीं और उन पर अमल की ज़िम्मेदारी तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी को सौंपी गयी थी.
किसी कोर्ट ने नहीं कहा कि मेरे आरोप झूठे हैं. मेरे पास सीएम शिवराज के ख़िलाफ सबूत हैं. उनपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है. दिग्विजय सिंह ने कहा, शिवराज सिंह इन चुनावों में अकेले पड़ गए हैं. मुझे उन पर दया आ रही है.
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FIRST PUBLISHED : November 10, 2018, 15:56 IST