Corona FAQ: कोवैक्सीनेशन का दूसरा चरण आज से, यहां जानिए मन में उठ रहे सवालों के जवाब

कोरोना से बचने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन अभियान चलाया जा रहा है. फाइल फोटो
MP Corona Vaccination: मध्य प्रदेश में आज से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष तैयारियां की हैं. हर सेंटर पर विशेषज्ञों की टीम मौजूद है. सरकार ने सभी लोगों से वैक्सीनेशन की अपील की है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 1, 2021, 10:05 AM IST
भोपाल. मध्य प्रदेश में आज से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है. होगा.सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन फ्री लगेगी, जबकि सरकार द्वारा चयनित निजी अस्पतालों में इसकी कीमत 250 रुपए निर्धारित की गई है. दूसरे चरण में प्रदेश के 71 लाख 62 हजार बुजुर्गों (60 साल से अधिक) को वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्हें आइडेंटिटी कार्ड साथ लाना होगा. अगर उन्हें कोई बीमारी है तो डॉक्टर से जारी सर्टिफिकेट साथ लाना होगा.
एम्स, हमीदिया, जीएमसी, जेपी अस्पताल, बीएमएचआरसी, पुलिस अस्पताल, कस्तूरबा भेल, इएसआई सोनागिरी, सीएचसी बैरसिया, सिविल अस्पताल, बैरागढ़, चिरायु अस्पताल, जेके अस्पताल, महावीर मेडिकल कॉलेज, पीपुल्स अस्पताल, आरकेडीएफ, नेशनल अस्पताल, नोबल अस्पताल, भोपाल केयर अस्पताल.
अगली ख़बर
भोपाल में ये हैं सेंटर्स
एम्स, हमीदिया, जीएमसी, जेपी अस्पताल, बीएमएचआरसी, पुलिस अस्पताल, कस्तूरबा भेल, इएसआई सोनागिरी, सीएचसी बैरसिया, सिविल अस्पताल, बैरागढ़, चिरायु अस्पताल, जेके अस्पताल, महावीर मेडिकल कॉलेज, पीपुल्स अस्पताल, आरकेडीएफ, नेशनल अस्पताल, नोबल अस्पताल, भोपाल केयर अस्पताल.
- क्या बुजुर्गों को उम्र के चलते वैक्सीन लेनी चाहिए, भले ही जहां वे रहते हों वहां कोरोना संक्रमण के ज्यादा कैस न हों?जी हां. बुजुर्गों को वैक्सीन लेना जरूरी है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि जहां वे रहते हैं वहां केस कम हैं या ज्यादा. क्योंकि, कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है.
- कौन सी वैक्सीन उपलब्ध है और ये कितनी असरकारक है?स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविशील्ड और कोवैक्सीन उपलब्ध हैं. WHO के मुताबिक, ये दोनों असरकारक हैं.
- क्या वैक्सीन लगने पर कोई रिएक्शन होगा और अगर वो ऐसा महसूस करें तो क्या करें?वैक्सीन का रिएक्शन होने की संभावना है. लेकिन, इसके ज्यादा केस देखने को नहीं मिले. अगर बुजुर्ग कुछ बदलाव महसूस करते हैं तो घबराने की बात नहीं है. हर स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर्स की, कोरोना वॉरियर्स की और विशेषज्ञों की टीम मौजूद है. ये टीम रिएक्शन देखते ही तुरंत हरकत में आ जाती है.
- उन बुजुर्गों का क्या जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं, जैसे कैंसर, किडनी, हार्ट या लिवर की बीमारी?गंभीर बीमारियों वाले बुजुर्ग भी वैक्सीन लगवा सकते हैं. उन्हें अपनी बीमारी का सर्टिफिकेट साथ ले जाना होगा. एक आइडेंटिटी कार्ड भी साथ ले जाना जरूरी है.
- कैसे आवेदन करें. और अगर इसके बारे में जानकारी न हो तो किससे पूछें?वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेश जरूरी है. ये रजिस्ट्रेशन को-विन 2.0 एप/पोर्टल पर उपलब्ध है. अगर यहां रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा हो तो आईडेंटिटी के साथ संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जानकारी ली जा सकती है. इसकेअलावा आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से भी जानकारी ली जा सकती है.
- क्या वैक्सीन सेंटर कोरोना संक्रमण को फैलाने वाला केंद्र या संक्रमण का सुपर स्प्रेडर तो नहीं बन जाएगा?नहीं, कोविड सेंटर कोरोना संक्रमण का सुपर स्प्रेडर नहीं बनेगा. सैनेटाइजर, ग्लास शील्ड, मास्क के अलावा एक्सपर्ट्स की टीम और एंबुलेंस के साथ सेंटर्स पूरी तरह सुरक्षित हैं.
- क्या लोग लाइन में लगकर वैक्सीन लगकर वैक्सीन लगवा सकते हैं, ताकि उन्हें जल्दी वैक्सीन लग जाए, क्योंकि कई लोग अंतिम क्षणों में कोविड सेंटर पहुंचेंगे?जी बिल्कुल. लाइन में लगकर भी वैक्सीन लगवाई जा सकती है. स्वास्थ्य केंद्रों पर रात 10 बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी. अगर कोई रह भी जाता है तो दूसरे दिन सुबह जल्दी आ सकता है.