मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ
दरअसल दिक्कत ये थी कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली की इन दुकानों पर राशन लेने के लिए पीओएस मशीन में अंगूठे का इम्प्रेशन लिया जाता है. लेकिन सैकड़ों बुज़ुर्ग ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने अंगूठे के निशान नहीं दिए हैं. इसलिए उन्हें राशन मिलने में दिक्कत आती है.
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नयी व्यवस्था में सरकार ये सुविधा भी देने जा रही है कि जो परिवार अंगूठे का निशान दे सकते हैं वहां घर के मुखिया के साथ बाक़ी सदस्यों के अंगूठे का निशान भी मान्य होगा.इसके लिए परिवार के एक या दो सदस्यों को अधिकृत किया जा सकता है. सरकार जिन गरीब बुजुर्गों के घर में कोई और सदस्य मौजूद नहीं है उन्हें घर जाकर राशन देने की तैयारी कर रही है.
एमपी में सरकारी राशन दुकानों की हक़ीक़त
-प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानि पीडीएस की 22,396 दुकानें.
-शहरी इलाकों में करीब 4300 राशन दुकानें
- ग्रामीण इलाकों में 18096 राशन दुकानें
-पीडीएस के पात्र परिवारों की संख्या 1 करोड़ 15 लाख
-पीडीएस दुकानों पर राशन थंब इंप्रेशन के जरिए दिया जाता है
- व्यवस्था पीडीएस सिस्टम में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लागू की गई थी
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