MP : टाइगर रिजर्व में CM शिवराज की चौपाल में तैयार होगा 'बफर में सफर' का प्लान

मध्य प्रदेश को फिर से टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल हुआ है.
मध्य प्रदेश (MP) में सबसे ज्यादा टाइगर (Tiger) हैं और यही कारण है कि प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल है. लेकिन फिर भी प्रदेश पर्यटन में पिछड़ा हुआ है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: November 20, 2020, 12:45 PM IST
भोपाल. मध्य प्रदेश में टूरिज्म (tourism) को प्रमोट करने के लिए शिवराज सरकार (shivraj government) अब एक्शन प्लान में है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के फॉरेस्ट और वाइल्ड लाइफ टुरिज्म को प्रमोट करने के लिए बड़ी बैठक बुलाई है. ये बैठक प्रदेश के सबसे बड़े नेशनल पार्क बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में 24 नवंबर को है. इसमें वन और वन्य प्राणि से जुड़े एक्सपर्ट और अधिकारी मौजूद रहेंगे. सरकार बफर में सफर के जरिए टूरिज्म को बढ़ाने पर मंथन करेगी. बैठक में वन विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे.
बफर में सफर
फिर से टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल कर चुके मध्य प्रदेश में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को कैसे प्रमोट किया जाए, सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है. 24 तारीख को नवंबर में होने वाली बैठक में इसी का खाका तैयार किया जाएगा. साथ ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में शामिल वन और वन्य प्राणियों से जुड़े मुद्दों पर भी सीएम शिवराज अफसरों के साथ चर्चा करेंगे. सरकार प्रदेश में टूरिज्म बढ़ाने के लिए बफर में सफर का प्लान बना रही है.सरकार की कोशिश है कि मानसून पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाए. साथ ही टाइगर रिजर्व एरिया में टाइगर सफारी को विकसित किया जाए. कान्हा, बांधवगढ़, पेंच में टाइगर सफारी शुरू करने की तैयारी है.
टाइगर रिजर्व में सीएम की चौपाल
सीएम शिवराज वन्य प्राणियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए टाइगर रिजर्व एरिया में अधिकारियों की चौपाल लगाएंगे. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर हैं और यही कारण है कि प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल है. लेकिन फिर भी प्रदेश पर्यटन में पिछड़ा हुआ है. सरकार का प्रयास टाइगर स्टेट के तमगे को पर्यटन से जोड़ने का है. साथ ही पर्यटन के सहारे स्थानीय लोगों को रोजगार बढ़ाने के मौकों पर भी मंथन होगा. सीएम शिवराज पहले ही प्रदेश में पर्यटन कैबिनेट का गठन कर चुके हैं. किस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा सकता है अब इस पर विचार किया जा रहा है. ताकि अगले 3 साल में प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देकर मध्य प्रदेश को अलग पहचान दी जा सके.
बफर में सफर
फिर से टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल कर चुके मध्य प्रदेश में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को कैसे प्रमोट किया जाए, सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है. 24 तारीख को नवंबर में होने वाली बैठक में इसी का खाका तैयार किया जाएगा. साथ ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में शामिल वन और वन्य प्राणियों से जुड़े मुद्दों पर भी सीएम शिवराज अफसरों के साथ चर्चा करेंगे. सरकार प्रदेश में टूरिज्म बढ़ाने के लिए बफर में सफर का प्लान बना रही है.सरकार की कोशिश है कि मानसून पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाए. साथ ही टाइगर रिजर्व एरिया में टाइगर सफारी को विकसित किया जाए. कान्हा, बांधवगढ़, पेंच में टाइगर सफारी शुरू करने की तैयारी है.
सीएम शिवराज वन्य प्राणियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए टाइगर रिजर्व एरिया में अधिकारियों की चौपाल लगाएंगे. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर हैं और यही कारण है कि प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल है. लेकिन फिर भी प्रदेश पर्यटन में पिछड़ा हुआ है. सरकार का प्रयास टाइगर स्टेट के तमगे को पर्यटन से जोड़ने का है. साथ ही पर्यटन के सहारे स्थानीय लोगों को रोजगार बढ़ाने के मौकों पर भी मंथन होगा. सीएम शिवराज पहले ही प्रदेश में पर्यटन कैबिनेट का गठन कर चुके हैं. किस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा सकता है अब इस पर विचार किया जा रहा है. ताकि अगले 3 साल में प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देकर मध्य प्रदेश को अलग पहचान दी जा सके.