Kisan Andolan: किसानों के समर्थन में उपवास करेंगे दिग्विजय-कमलनाथ, कांग्रेस सड़क पर उतरकर करेगी आंदोलन

कांग्रेस का आंदोलन प्रदेश मुख्यालय से लेकर ब्लॉक स्तर तक होगा.
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Jitu patwari) ने कहा कि कौन से जिले में कब किस तरीके का आंदोलन होगा, इसका कार्यक्रम पार्टी जल्द जारी करेगी. कहां पर कौन से नेता शामिल होंगे इसकी जानकारी भी दी जाएगी.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 15, 2020, 3:29 PM IST
भोपाल. किसानों (Farmer) के समर्थन में एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और कमलनाथ (Kamalnath) सहित सभी कांग्रेस नेता उपवास रखेंगे. नये कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का प्रदेश कांग्रेस इकाई ने समर्थन करते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस नेता प्रदेश मुख्यालय से लेकर ब्लॉक स्तर तक किसानों के समर्थन में उपवास रखेंगे.
इस बाबत पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कृषि बिल की खामियों के खिलाफ और किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस पार्टी जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक उपवास करेगी. पार्टी के सभी बड़े नेता उपवास में शामिल होंगे. इसकी तारीखों का ऐलान कांग्रेस पार्टी जल्द करेगी. राजधानी से लेकर जिला स्तर पर होने वाले आंदोलनों में पार्टी के नेता कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे.
खुलकर लड़ेंगे किसानों की लड़ाई
कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस पार्टी अब तक किसान आंदोलन को समर्थन दे रही थी लेकिन अब सड़कों पर उतर कर कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा. साथ ही सरकार को अनाज खरीदी समर्थन मूल्य पर करने के लिए मजबूर करेगी.पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा मंडियों में समर्थन मूल्य से नीचे दाम पर अनाज बिक रहा है. किसान लुटा जा रहा है. इसके खिलाफ कांग्रेसी अपने गुस्से का इजहार करेंगे.9 महिने में 47 सरकारी मंडी बंद
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने दावा किया है कि बीते 9 महीनों में 47 सरकारी मंडियां बंद हो गई हैं. सरकारी पोर्टल पर मंडियों के बंद होने की जानकारी उपलब्ध है. गेहूं समेत 23 अनाज समर्थन मूल्य से नीचे बिक रहा है. जीतू पटवारी ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं करने का आरोप बीजेपी सरकार पर लगाया है. कांग्रेस ने दावा किया है कि कृषि बिल लागू होने के बाद प्रदेश में सरकारी मंडियों को बंद करने की शुरुआत हो गई है. मंडियों की आय भी आधी हो गई है.
कृषि कानून में खामी
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने किसान आंदोलन पर बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर नाराज़गी जताई. कृषि मंत्री कमल पटेल के किसान संगठनों को कुकुरमुत्ता बताने को कांग्रेस ने किसान संगठनों का अपमान बताया. जीतू पटवारी ने कहा है कि अब तक विपक्ष पर आरोप लग रहे थे कि वह किसानों को भड़का रहा है. बीजेपी कृषि बिल के बारे में किसानों को नहीं समझा पाई. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी विपक्ष होने का कर्तव्य निभाएंगी और संवैधानिक अधिकारों के तहत आंदोलन चला कर कृषि बिल के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. पूर्व मंत्री पटवारी ने कहा कृषि कानून में कई तरह की खामियां हैं. जिनकी जानकारी अब किसानों को कांग्रेस पार्टी देगी.

तारीख का ऐलान जल्द
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कौन से जिले में कब किस तरीके का आंदोलन होगा, इसका कार्यक्रम पार्टी जल्द जारी करेगी. कहां पर कौन से नेता शामिल होंगे इसकी जानकारी भी दी जाएगी.
इस बाबत पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कृषि बिल की खामियों के खिलाफ और किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस पार्टी जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक उपवास करेगी. पार्टी के सभी बड़े नेता उपवास में शामिल होंगे. इसकी तारीखों का ऐलान कांग्रेस पार्टी जल्द करेगी. राजधानी से लेकर जिला स्तर पर होने वाले आंदोलनों में पार्टी के नेता कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे.
खुलकर लड़ेंगे किसानों की लड़ाई
कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस पार्टी अब तक किसान आंदोलन को समर्थन दे रही थी लेकिन अब सड़कों पर उतर कर कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा. साथ ही सरकार को अनाज खरीदी समर्थन मूल्य पर करने के लिए मजबूर करेगी.पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा मंडियों में समर्थन मूल्य से नीचे दाम पर अनाज बिक रहा है. किसान लुटा जा रहा है. इसके खिलाफ कांग्रेसी अपने गुस्से का इजहार करेंगे.9 महिने में 47 सरकारी मंडी बंद
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने दावा किया है कि बीते 9 महीनों में 47 सरकारी मंडियां बंद हो गई हैं. सरकारी पोर्टल पर मंडियों के बंद होने की जानकारी उपलब्ध है. गेहूं समेत 23 अनाज समर्थन मूल्य से नीचे बिक रहा है. जीतू पटवारी ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं करने का आरोप बीजेपी सरकार पर लगाया है. कांग्रेस ने दावा किया है कि कृषि बिल लागू होने के बाद प्रदेश में सरकारी मंडियों को बंद करने की शुरुआत हो गई है. मंडियों की आय भी आधी हो गई है.
कृषि कानून में खामी
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने किसान आंदोलन पर बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर नाराज़गी जताई. कृषि मंत्री कमल पटेल के किसान संगठनों को कुकुरमुत्ता बताने को कांग्रेस ने किसान संगठनों का अपमान बताया. जीतू पटवारी ने कहा है कि अब तक विपक्ष पर आरोप लग रहे थे कि वह किसानों को भड़का रहा है. बीजेपी कृषि बिल के बारे में किसानों को नहीं समझा पाई. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी विपक्ष होने का कर्तव्य निभाएंगी और संवैधानिक अधिकारों के तहत आंदोलन चला कर कृषि बिल के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. पूर्व मंत्री पटवारी ने कहा कृषि कानून में कई तरह की खामियां हैं. जिनकी जानकारी अब किसानों को कांग्रेस पार्टी देगी.
तारीख का ऐलान जल्द
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कौन से जिले में कब किस तरीके का आंदोलन होगा, इसका कार्यक्रम पार्टी जल्द जारी करेगी. कहां पर कौन से नेता शामिल होंगे इसकी जानकारी भी दी जाएगी.