होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम होगा, विधानसभा में अशासकीय संकल्प सर्वसम्मति से पारित

नर्मदा जयंती पर सीएम शिवराज ने होशंगाबाद का नाम बदलने का ऐलान किया था.
BHOPAL.विधानसभा में मंजूरी के बाद अब ये प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा.केंद्र से मंजूरी के बाद होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम कर दिया जाएगा.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: March 5, 2021, 7:22 PM IST
भोपाल.होशंगाबाद (Hoshangabad) का नाम नर्मदापुरम (Narmadapuram) करने की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार आज एक कदम और आगे बढ़ गयी.आज मध्य प्रदेश विधानसभा में इस संबंध में अशासकीय संकल्प पेश किया गया.जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गयी. सरकार के इस प्रस्ताव को विपक्ष का भी साथ मिल गया. विधानसभा में मंजूरी के बाद अब ये प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा.केंद्र से मंजूरी के बाद होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम कर दिया जाएगा.
इसी के साथ मध्य प्रदेश (MP) में आज से नाम बदलने की राजनीति की आज से औपचारिक शुरुआत हो गयी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) के होशंगाबाद जिले का नाम बदलने के ऐलान के बाद सरकार अब इसकी प्रक्रिया पूरी करने में जुट गई है.
नाम बदलने की राजनीतिमध्य प्रदेश में इन दिनों नाम बदलने की राजनीति चल रही है.घोषणाओं और मांग की शुरुआत तो गुरुपर्व के दिन से शुरू हो गयी थी.अब इसकी औपचारिक और वैधानिक शुरुआत शुक्रवार से हो गयी. सदन की मंजूरी के बाद सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजकर इस बात की मांग करेगी कि होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदा पुरम किया जाए.
कांग्रेस ने कहा-नाम में क्या रखा है
सीएम शिवराज के होशंगाबाद का नाम बदले जाने के ऐलान के बाद कांग्रेस ने गैर जरूरी बताते हुए कहा था कि क्या शहरों का नाम बदलने से बेरोजगारी खत्म हो जाएगी. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस बात को लेकर सवाल उठाया था.क्या, शहरों का नाम बदलने से क्या महंगाई खत्म हो जाएगी.दिग्विजय सिंह ने शहरों का नाम बदले जाने को बीजेपी की नाटक और नौटंकी करार दिया था.
हंगामे के आसार
नगरीय निकाय चुनाव से पहले शिवराज सरकार होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने की तैयारी में है. इसी के साथ सरकार इस बात को भी हवा देती हुई नजर आ रही है कि प्रदेश में जो भी पुरानी सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हुए नाम हैं जो मुगल शासन के समय बदल दिये गए थे उनको पुरानी पहचान दी जाए.


इसी के साथ मध्य प्रदेश (MP) में आज से नाम बदलने की राजनीति की आज से औपचारिक शुरुआत हो गयी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) के होशंगाबाद जिले का नाम बदलने के ऐलान के बाद सरकार अब इसकी प्रक्रिया पूरी करने में जुट गई है.
नाम बदलने की राजनीतिमध्य प्रदेश में इन दिनों नाम बदलने की राजनीति चल रही है.घोषणाओं और मांग की शुरुआत तो गुरुपर्व के दिन से शुरू हो गयी थी.अब इसकी औपचारिक और वैधानिक शुरुआत शुक्रवार से हो गयी. सदन की मंजूरी के बाद सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजकर इस बात की मांग करेगी कि होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदा पुरम किया जाए.
कांग्रेस ने कहा-नाम में क्या रखा है
सीएम शिवराज के होशंगाबाद का नाम बदले जाने के ऐलान के बाद कांग्रेस ने गैर जरूरी बताते हुए कहा था कि क्या शहरों का नाम बदलने से बेरोजगारी खत्म हो जाएगी. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस बात को लेकर सवाल उठाया था.क्या, शहरों का नाम बदलने से क्या महंगाई खत्म हो जाएगी.दिग्विजय सिंह ने शहरों का नाम बदले जाने को बीजेपी की नाटक और नौटंकी करार दिया था.
हंगामे के आसार
नगरीय निकाय चुनाव से पहले शिवराज सरकार होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने की तैयारी में है. इसी के साथ सरकार इस बात को भी हवा देती हुई नजर आ रही है कि प्रदेश में जो भी पुरानी सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हुए नाम हैं जो मुगल शासन के समय बदल दिये गए थे उनको पुरानी पहचान दी जाए.