शिवराज ने कमलनाथ को क्यों कहा, आप अरबपति हैं 10 हज़ार की कीमत क्या जानें!

कृषि बिल पर तकरार
बीजेपी, सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि बिल लेकर किसानों के बीच जाकर उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 15, 2020, 12:28 AM IST
भोपाल.कृषि बिल (New Agricultural Law) को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जारी तकरार अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तक जा पहुंची है. मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दे पर कमलनाथ (Kamalnath) पर जमकर निशाना साधा. चौहान ने कहा कमलनाथ अरबपति हैं. लिहाजा वह ₹10 हजार रुपये की कीमत नहीं समझ सकते.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह सवाल किया गया था कि कांग्रेस के नेता उन्हें और उनकी सरकार को किसान विरोधी करार दे रहे हैं. इस पर शिवराज सिंह ने कहा किसान विरोधी कौन है. यह तो इसी बात से तय होता है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को किसान सम्मान निधि देने का फैसला किया तो तब की कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश से किसानों की पूरी जानकारी ही केंद्र को नहीं भेजी थी. शिवराज ने आगे कहा-कमलनाथ अरबपति हैं लिहाजा वह यह नहीं समझ सकते कि आखिर किसानों के लिए ₹10000 की कीमत क्या होती है.
किसान सम्मान निधि पर तकरार
केंद्र सरकार ने किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत ₹6000 सालाना दो दो हजार की तीन किश्तों में देने का फैसला किया था. उस वक्त मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और कमलनाथ तब मुख्यमंत्री थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आरोप है कि सम्मान निधि के लिए कमलनाथ सरकार ने पूरी सूची ही किसानों की केंद्र को नहीं भेजी थी. हालांकि बाद में प्रदेश में जब बीजेपी की सरकार बनी तो चौहान ने किसानों को 6000 के बजाय ₹10000 देने और इसमें दो दो हजार की दो किश्तें और जोड़ने का फैसला किया.
कृषि बिल पर तकरार
इन दिनों किसानों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में तकरार चल रही है. एक तरफ बीजेपी, सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि बिल लेकर किसानों के बीच जाकर उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है. यह बताने की कवायद जारी है कि कृषि बिल किसानों के पक्ष में हैं वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस लगातार इसका विरोध कर रही है.कांग्रेस के नेता लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि कृषि बिल किसानों के हितों के खिलाफ है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सीएम शिवराज और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह सवाल किया गया था कि कांग्रेस के नेता उन्हें और उनकी सरकार को किसान विरोधी करार दे रहे हैं. इस पर शिवराज सिंह ने कहा किसान विरोधी कौन है. यह तो इसी बात से तय होता है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को किसान सम्मान निधि देने का फैसला किया तो तब की कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश से किसानों की पूरी जानकारी ही केंद्र को नहीं भेजी थी. शिवराज ने आगे कहा-कमलनाथ अरबपति हैं लिहाजा वह यह नहीं समझ सकते कि आखिर किसानों के लिए ₹10000 की कीमत क्या होती है.
किसान सम्मान निधि पर तकरार
केंद्र सरकार ने किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत ₹6000 सालाना दो दो हजार की तीन किश्तों में देने का फैसला किया था. उस वक्त मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और कमलनाथ तब मुख्यमंत्री थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आरोप है कि सम्मान निधि के लिए कमलनाथ सरकार ने पूरी सूची ही किसानों की केंद्र को नहीं भेजी थी. हालांकि बाद में प्रदेश में जब बीजेपी की सरकार बनी तो चौहान ने किसानों को 6000 के बजाय ₹10000 देने और इसमें दो दो हजार की दो किश्तें और जोड़ने का फैसला किया.
कृषि बिल पर तकरार
इन दिनों किसानों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में तकरार चल रही है. एक तरफ बीजेपी, सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि बिल लेकर किसानों के बीच जाकर उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है. यह बताने की कवायद जारी है कि कृषि बिल किसानों के पक्ष में हैं वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस लगातार इसका विरोध कर रही है.कांग्रेस के नेता लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि कृषि बिल किसानों के हितों के खिलाफ है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सीएम शिवराज और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.