एमपी कांग्रेस का नया फरमान, पद पर रहना है तो काम कर 'प्यारे'

- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: December 24, 2015, 8:36 PM IST
नए वर्ष के शुरुआत में मध्यप्रदेश कांग्रेस नए कलेवर और नए अंदाज में दिखेगी. पीसीसी मुख्यालय ने एक फरमान जारी कर इसकी झलक भी दिखा दी है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए निर्देशानुसार जिलाध्यक्ष से लेकर पदाधिकारी तक केवल नतीजें देने वाले पदाधिकारी ही पद पर रहेंगे.
इसके पहले समीक्षा के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नए साल के पहले हफ्ते में 4 और 5 जनवरी को जिलाध्यक्षों और प्रभारियों की बड़ी बैठक बुलायी है.
बैठक में परफारर्मेंस रिपोर्ट और उनके जिलों में बीते छह महीने में हुए कार्यक्रमों और विरोध-प्रदर्शन का लेखा-जोखा के साथ आने के निर्देश दिए गए हैं.
पीसीसी ने भी अपने स्तर से निष्क्रिय होकर पदों पर जमे रहने में भरोसा रखने वाले ऐसे नेताओं की फेहरिस्त भी तैयार कर रही है और मैदानी स्तर से भी ऐसे पदाधिकारियों का फीड बैक मांगा गया है.
पीसीसी ने संकेत दिए हैं कि संगठन की मजबूती के लिए खराब परफारर्मेंस वाले और निष्क्रिय जिलाध्यक्षों को पद से हटाए जाएंगे.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल ने इस पहल पर भी सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि निष्क्रिय नेताओं को पदों पर बैठाया ही क्यों गया. अजय सिंह के मुताबिक, संगठन सशक्त हो इसके पक्षधर वो भी हैं.