पीएफआई सदस्यों को ले जाती पुलिस
भोपाल. देश में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के मामले में मध्य प्रदेश एटीएस की कार्रवाई लगातार जारी है. एटीएस ने एसटीएफ की टीम के साथ मिलकर भोपाल से दो पीएफआई के कुख्यात सदस्यों को गिरफ्तार किया जबकि महाराष्ट्र जेल में बंद तीसरे आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है. इन तीनों आरोपियों को जिला कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों आरोपियों का पुलिस रिमांड 8 फरवरी तक दिया है.
महाराष्ट्र-कर्नाटक का सदस्य मध्य प्रदेश के नेटवर्क को मजबूत करने का काम कर रहे थे. ये सदस्य अक्सर मध्यप्रदेश में आकर पीएफआई मजबूती देने का काम कर रहे थे. तीनों आरोपी से पूछताछ जारी है और आगे कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. दरअसल मध्य प्रदेश एटीएस लगातार पीएफआई पर शिकंजा कस रही है उसके नेटवर्क को मध्यप्रदेश में ध्वस्त करने का काम किया जा रहा है. अभी भी प्रदेश के कई हिस्सों में पीएफआई के नेटवर्क से जुड़े लोग सक्रिय हैं, इसलिए एटीएस प्रदेश की दूसरी एजेंसियों के साथ मिलकर कार्रवाई कर रही है.
इनकी हुई गिरफ्तारी
इसी कार्रवाई के तहत एटीएस ने एसटीएफ के साथ मिलकर दो आरोपियों धार निवासी आरोपी गुलाम रसूल शाह, इंदौर निवासी साजिद खान उर्फ गुलाम नबी को भोपाल से गिरफ्तार किया. आरोपी गुलाम रसूल शाह और साजिद खान PFI इंदौर जिला कमेटी के सक्रिय सदस्य रहकर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सीधे सम्पर्क में थे. दोनों आरोपी धार्मिक उपदेश देकर पीएफआई की विचारधारा का प्रचार भी करते थे.
महाराष्ट्र, कर्नाटक के सदस्यों का एमपी कनेक्शन
तीसरे आरोपी महाराष्ट्र निवासी परवेज खान को प्रोडक्शन वारंट पर औरंगाबाद जेल से लाकर गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया. भोपाल जिला कोर्ट ने 8 फरवरी तक तीनों आरोपियों की पुलिस रिमांड दी है. इस मामले में महाराष्ट्र और कर्नाटक के सदस्यों का मध्य प्रदेश से कनेक्शन भी सामने आया है. तीसरा आरोपी गुलाम नबी उर्फ साजिद खान PFI का वरिष्ठ सक्रिय सदस्य रहकर प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला के साथ पैसों के लेनदेन का काम देखता था. आरोपी संगठन के कार्यक्रमों के दौरान भड़काऊ भाषण भी देता था.
आरोपी परवेज खान साल 2017 में तत्कालीन PFI डिस्ट्रिक्ट प्रसिडेंट, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) नासिर नदवी के जरिए महाराष्ट्र PFI से जुड़ा था. साल 2019 में औरंगाबाद का डिस्ट्रिक्ट सेकेट्री बना. आरोपी PE (Physical Endurance) का कोर्स करने के बाद साल 2021 में महाराष्ट्र का PE इंचार्ज बना दिया गया था. आरोपी PFI के रीजनल PE इंचार्ज हैदर हवीय निवासी कर्नाटक के साथ मध्यप्रदेश में कई चार इंस्ट्रक्टर का कोर्स कराने के लिए आता रहा था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Bhopal news, Mp news, PFI
रोहित शर्मा की टीम का बैटर! बनना चाहता था बॉलर, बन गया भरोसेमंद बल्लेबाज, भारत को बनाएगा टेस्ट चैंपियन!
फिल्मों में हुए फ्लॉप, पत्नी ने भी दिया तलाक, फिर पलटा एक्टर का नसीब, होने लगी पैसों की बारिश
6 धनी बाबा, करोड़ों की संपत्ति के हैं मालिक, नेट वर्थ में बाबा रामदेव और श्री श्री रविशंकर से बहुत आगे है यह साधु