पैसे के लिए पूर्व RSS कार्यवाह ने खुद ही रची थी अपनी हत्या की साजिश, डीएनए रिपोर्ट से हुआ खुलासा
आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या की कहानी फ़िल्मी निकली. इस सनसनीखेज मामले में मृतक बताया जा रहा हिम्मत पाटीदार ही आरोपी निकला
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: January 29, 2019, 1:01 PM IST
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में पूर्व आरएसएस कार्यवाह हिम्मत पाटीदार की हत्या की कहानी फ़िल्मी निकली. ये खुलासा तब हुआ जब लाश की डीएनए जांच में यह सामने आया कि मरने वाला शख्स हिम्मत पाटीदार का नौकर मदन मालवीय था. पुलिस अब तक मदन मालवीय को हिम्मत का कातिल समझ रही थी. पुलिस इसलिए भी मदन पर शक कर रही थी क्योंकि पाटीदार की हत्या की खबर फैलने के बाद से ही मदन गायब था.
दरअसल, हिम्मत पाटीदार ने बीमे की 20 लाख की राशि के लिए अपने पुराने कर्मचारी मदन मालवीय की हत्या कर दी और उसकी लाश के पास अपना पर्स रखकर उसे हिम्मत पाटीदार बना दिया. इतना ही नहीं आरोपी हिम्मत ने मृतक मदन मालवीय की हत्या करने के बाद उसका चेहरा भी जला दिया ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके. लेकिन डीएनए रिपोर्ट ने हिम्मत की इस साजिश पर पानी फेर दिया.
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हिम्मत ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए अपनी ही कदकाठी के आदमी, अपने पुराने कर्मचारी मदन मालवीय को चुना, जिसे गाड़ी पर बैठाकर वह अपने खेत पर ले गया और गला काटकर उसकी हत्या कर दी. बाद में लाश को अपने कपड़े पहनाकर अपने दस्तावेज और डायरी उसके पेंट की जेब में रख दिए ताकि लोग उसे हिम्मत पाटीदार समझें.साइको किलर: रेप के बाद 8 मासूमों की बेरहमी से हत्या, आरोपी गिरफ्तार

लेकिन जांच में पुलिस को धीर-धीरे शक हुआ कि हत्या हिम्मत पाटीदार की नहीं बल्कि मदन मालवीय की हुई है. जब रिपोर्ट सामने आई तो ये बात साबित हो गई. पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया और हिम्मत पाटीदार के लेन-देन की जांच की तो पता चला की उस पर 8 लाख रूपए का कर्ज है और उसने दिसंबर 2018 में ही 20 लाख का एक्सीडेंटल बीमा भी करवाया था.

जब हिम्मत की लाश की पहचान करने वालों से पुलिस ने बारीकी से पूछताछ की तो कई अहम सुराग हाथ लगे. लाश से कुछ दूर ही मृतक मदन मालवीय के जूते मिले तो पुलिस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में कामयाब हो गई. फिलहाल घटना के बाद से ही आरोपी हिम्मत पाटीदार फरार है जिस पर पुलिस ने 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया है.
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रतलाम के एसपी गौरव तिवारी ने बताया, 'पाटीदार ने 20 लाख रुपए का बीमा करवाया था और उस पर 10 लाख का कर्ज था इसलिए उसने अपनी तरह कदकाठी के शख्स की हत्या कर दी और उसकी पहचान छुपाने की कोशिश की.'
गौरतलब है कि इस मुद्दे को लेकर सियासी हंगामा भी खूब हुआ था और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा किया था.
(इनपुट- रतलाम से सुधीर जैन)
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दरअसल, हिम्मत पाटीदार ने बीमे की 20 लाख की राशि के लिए अपने पुराने कर्मचारी मदन मालवीय की हत्या कर दी और उसकी लाश के पास अपना पर्स रखकर उसे हिम्मत पाटीदार बना दिया. इतना ही नहीं आरोपी हिम्मत ने मृतक मदन मालवीय की हत्या करने के बाद उसका चेहरा भी जला दिया ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके. लेकिन डीएनए रिपोर्ट ने हिम्मत की इस साजिश पर पानी फेर दिया.
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हिम्मत ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए अपनी ही कदकाठी के आदमी, अपने पुराने कर्मचारी मदन मालवीय को चुना, जिसे गाड़ी पर बैठाकर वह अपने खेत पर ले गया और गला काटकर उसकी हत्या कर दी. बाद में लाश को अपने कपड़े पहनाकर अपने दस्तावेज और डायरी उसके पेंट की जेब में रख दिए ताकि लोग उसे हिम्मत पाटीदार समझें.साइको किलर: रेप के बाद 8 मासूमों की बेरहमी से हत्या, आरोपी गिरफ्तार

पुलिस को घटनास्थल से कुछ सुराग मिले हैं
लेकिन जांच में पुलिस को धीर-धीरे शक हुआ कि हत्या हिम्मत पाटीदार की नहीं बल्कि मदन मालवीय की हुई है. जब रिपोर्ट सामने आई तो ये बात साबित हो गई. पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया और हिम्मत पाटीदार के लेन-देन की जांच की तो पता चला की उस पर 8 लाख रूपए का कर्ज है और उसने दिसंबर 2018 में ही 20 लाख का एक्सीडेंटल बीमा भी करवाया था.

आरोपी के कुछ दस्तावेज भी पुलिस ने जब्त किए हैं
जब हिम्मत की लाश की पहचान करने वालों से पुलिस ने बारीकी से पूछताछ की तो कई अहम सुराग हाथ लगे. लाश से कुछ दूर ही मृतक मदन मालवीय के जूते मिले तो पुलिस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में कामयाब हो गई. फिलहाल घटना के बाद से ही आरोपी हिम्मत पाटीदार फरार है जिस पर पुलिस ने 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया है.
छह साल की मासूम से दुष्कर्म का प्रयास करते पकड़ा, पिटाई कर पुलिस को सौंपा
रतलाम के एसपी गौरव तिवारी ने बताया, 'पाटीदार ने 20 लाख रुपए का बीमा करवाया था और उस पर 10 लाख का कर्ज था इसलिए उसने अपनी तरह कदकाठी के शख्स की हत्या कर दी और उसकी पहचान छुपाने की कोशिश की.'
गौरतलब है कि इस मुद्दे को लेकर सियासी हंगामा भी खूब हुआ था और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा किया था.
(इनपुट- रतलाम से सुधीर जैन)
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