कलाकारों और प्रदेश में शूटिंग करने वालों के लिए बड़ी खबर है. प्रदेश में अनलॉक के साथ ही फिल्मों की शूटिंग भी शुरू हो गई है. 66 दिन बाद फिल्म, शॉर्ट फ़िल्म और वेब सीरीज को लेकर शूटिंग की अनुमति मिली है. लेकिन, इसके लिए इसमें शामिल लोगों के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है.
भोपाल की लोकेशन पर फिर से लाइट,कैमरा और एक्शन सुनाई देने लगा है. शूटिंग को लेकर टीमें राजधानी भोपाल पहुंच रही हैं.सेट पर शूटिंग टीम के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के बाद ही एंट्री दी जा रही है. इसके साथ-साथ कोविड प्रोटोकॉल को लेकर पोस्टर के जरिये भी जागरूकता फैलाई जा रही है. इसके लिए अलग-अलग लोगों की ड्यूटी भी लगाई गई है.
शूटिंग करने के लिए भोपाल पहुंची एक टीम ने कोरोना के चलते सेट पर ही आइसोलेशन रूम तैयार किया है. शूटिंग में शामिल कलाकार या मेंबर का बॉडी टेंपरेचर हाई होता है या सर्दी खांसी जुकाम जैसे लक्षण दिखाई देते हैं,तो उसके लिए वैन में इस रूम की व्यवस्था की गई है. दोबारा जांच के बाद ही सामान्य होने पर टीम मेंबर्स को शूटिंग स्पॉट पर एंट्री दी जाएगी. सामान्य दिनों में जहां शूटिंग में 80 से 120 मेंबर्स का क्रू शामिल हुआ करता था, वहीं, अब यह संख्या 25 कर दी गई है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कोविड के चलते करीब 10 से ज्यादा प्रोजेक्ट अटके हुए हैं. जल्द ही इनकी शूटिंग भोपाल के साथ मध्य प्रदेश के अलग-अलग लोकेशन पर शुरू होगी. अभी शूट हो रही फ़िल्म जेजे का शेड्यूल एक महीने का है.
मध्य प्रदेश में कोरोना मुक्ति अभियान को लेकर सरकार अब युवा शक्ति की मदद ले रही है. प्रदेश के 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट कोरोना मुक्ति अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. युवा महामारी के बाद बदलते माहौल में लोगों को कोविड अनुरूप व्यवहार, दिनचर्या और वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक करेंगे. जानकारी के मुताबिक, युवा शक्ति कोरोना मुक्त अभियान में युवा "मैंने वैक्सीन लगवाया है, आप भी वैक्सीन लगवाएं तथा स्वयं एवं परिवार को कोरोना से सुरक्षित करें" इस नारे के साथ जनता को जागरूक करेंगे. सरकार ने इसकी तैयारी कर ली है.
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश में युवा शक्ति कोरोना मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के शासकीय महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं लोगों को जागरूक करने में सहयोग करेंगे. कोविड अनुकूल व्यवहार एवं कोविड वैक्सीनेशन में लोगों की सहभागिता बढ़ाएंगे. पहले चरण में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं यूनिसेफ के राज्य स्तरीय अधिकारियों ने सभी जिलों के कॉलेजों, इंजीनियरिंग एवं पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्यों एवं जिला टीकाकरण अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में ट्रेनिंग दी है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : June 19, 2021, 14:51 IST