होम /न्यूज /मध्य प्रदेश /भोपाल में जन्माष्टमी की धूम, सीएम शिवराज ने की पूजा, कहा- कोई दुष्ट होगा तो बुलडोजर भी चलेगा

भोपाल में जन्माष्टमी की धूम, सीएम शिवराज ने की पूजा, कहा- कोई दुष्ट होगा तो बुलडोजर भी चलेगा

Bhopal News: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुष्टों पर बुलडोजर चलता रहेगा.

Bhopal News: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुष्टों पर बुलडोजर चलता रहेगा.

MP News: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मध्य प्रदेश में धूम मची रही. शुक्रवार सुबह से शनिवार देर रात तक त्योहार धूमधाम से मना ...अधिक पढ़ें

भोपाल. मध्य प्रदेश में शुक्रवार-शनिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंदिरों को खास तौर पर सजाया गया और विशेष पूजन अर्चन का दौर आधी रात के बाद तक चला. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल के बरखेड़ी स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर पहुंचे और उन्होंने वहां विशेष पूजन अर्चना की. वह चल समारोह में भी शामिल हुए. शिवराज सिंह चौहान ने खुद भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को अपने सिर पर रख कर रख मंदिर तक पहुंचाया.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज आनंद, उत्सव का दिन है. कृष्ण की कृपा हम सब पर बनी रहे. आज हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि दुष्टों का दलन करेंगे और जनता का कल्याण करेंगे. गड़बड़ होगी तो बुलडोजर भी चलेगा, श्री कृष्ण ने यही सिखाया कि दुष्टों को मत छोड़ो. सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल और दुष्टों के लिए वज्र से कठोर रहेगी हमारी सरकार. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश विकास के पथ पर बढ़ रहा है.  हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ते हुए विश्व गुरू बनने के सपने को साकार करेगा.

कांच से बनी श्री कृष्ण की पौशाक
भोपाल के बरखेड़ी राधा कृष्ण मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव के लिए विशेष तैयारियां की गईं. भगवान श्री कृष्ण को कांच और अमेरिकन डायमंड से बनी खूबसूरत पोशाक पहनाई गई. इसके साथ ही शहर के कृष्ण प्रणामी मंदिर, बिड़ला मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए. मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का ताता लगा हुआ था और शाम होते-होते मंदिरों में भीड़ और भी बढ़ गई. कई मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण के जन्म के पूर्व भजन संध्या का आयोजन और महाप्रसाद वितरण हुआ.

उज्जैन से खास संबंध
बता दें, श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर उज्जैन को भी खास तौर से सजाया जाता है, क्योंकि श्री कृष्ण का यहां से खास संबंध है. दरअसल, उज्जैन का सांदीपनि आश्रम वो जगह है जहां भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम और दोस्त सुदामा के साथ बचपन में पढ़ाई की. यह आश्रम उज्जैन के अंकपात क्षेत्र में स्थित है. मंदिर में श्रीकृष्ण, उनके भाई बलराम और मित्र सुदामा की पढ़ाई करते हुए प्रतिमाएं हैं. इतना ही नहीं यहीं बैठकर भगवान ने 64 कलाएं भी सीखीं थी.

Tags: Bhopal news, Mp news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें