एक कैंडल के जलते ही जगमगा उठता था गौहर महल

वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर भोपाल में हेरिटेज वॉक
आज 'वर्ल्ड हेरिटेज डे' पर राजधानी भोपाल में हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. आयोजन में लोगों ने भोपाल के गौरवशाली अतीत की कहानी बयां करते ऐतिहासिक महलों का भ्रमण कराया.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: April 18, 2017, 6:49 PM IST
आज 'वर्ल्ड हेरिटेज डे' पर राजधानी भोपाल में हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. रानी कमलापति महल से शुरू हुई हेरिटेज वॉक गौहर महल, मोती महल, ताजुल मसाजिद, मोती महल और इकबाल मैदान समेत शीश महल होते हुए सदर मंजिल पर खत्म हुई. गौहर महल के बारे में बताते हैं कि एक कैंडल के जलते ही पूरा महल झिलमिला उठता था.
उम्मीद से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए
भोपाल के सीपीआर (कार्डीओपुल्मनेरी रिससिटैशन) अनुपम राजन ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर कार्यक्रम आयोजन किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसके वॉक के पीछे मुख्य मकसद आज की नई पीढ़ी को भोपाल की विरासत और पुराने स्मारकों के बारे में अवगत कराना है.
भोपाल की पहली बेगम का होता था कभी घर हेरिटेज वॉक के दौरान राजधानी के प्रसिद्ध गौहर महल के कुछ अनछुए पहलुओं की जानकारी लोगों को मिली. गौहर महल में भोपाल की पहली बेगम 'कुदेसिया' का एक समय घर हुआ करता था. कुदेसिया बेगम को गौहर नाम से भी जाना जाता था. जिस कमरे में उनकी बैठक होती थी, वो कमरा आज भी बहुत खास है. वह अंधेरे में एक कैंडल की रोशनी से जगमगा उठता था.
उम्मीद से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए
भोपाल के सीपीआर (कार्डीओपुल्मनेरी रिससिटैशन) अनुपम राजन ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर कार्यक्रम आयोजन किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसके वॉक के पीछे मुख्य मकसद आज की नई पीढ़ी को भोपाल की विरासत और पुराने स्मारकों के बारे में अवगत कराना है.