COVID-19: कोरोना वायरस से संक्रमित दो ज्वैलर्स भाइयों की 15 मिनट के अंतराल में हुई मौत

दुनिया भर में बीते 24 घंटे में कोरोना से 5600 मौतें हुईं
इस परिवार के 12 साल के बच्चे में भी कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के लक्षण दिखाई देने पर इंदौर (Indore) के चोइथराम अस्पताल (Choitharam Hospital) में भर्ती कराया गया है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: April 17, 2020, 8:44 AM IST
इंदौर: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सबसे बड़े इंदौर (Indore) के सर्राफा बाजार के दो व्यापारियों की आज कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण के कारण मौत हो गई. यह दोनों व्यापारी सगे भाई थे. उन्होंने मात्र 15 मिनट के अंतराल में अपना जीवन त्याग दिया. दोनों की पहचान 52 वर्षीय धनश्याम दास तिवारी और 63 वर्षीय मनीष तिवारी के रूप में हुई है.
जिला चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया ने बताया कि घनश्याम दास तिवारी (52) और मनीष तिवारी (63) की मृत्यु कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से चोइथराम अस्पताल में हुई है. इन दोनों व्यापारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उपचार के लिए चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इनका उपचार चल रहा था. इसी बीच, गुरुवार को इन दोनों व्यापारियों ने मात्र 15 मिनट के अंतराल से दम तोड़ दिया.
परिवार का 12 साल का बच्चा भी संक्रमित
इंदौर में कोरोना से एक ही दिन में 8 मरीजों की मौत हो गई. इनमें मध्य प्रदेश के सबसे बड़े इंदौर के सर्राफा बाजार के दो व्यापारियों भाईयों घनश्याम तिवारी और मनीष तिवारी भी शामिल है. इस परिवार के 12 साल के बच्चे में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं के परिवार के 10 लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है.बताया जा रहा है इनके परिवार का एक सदस्य विदेश से लौटा था, जिसको इन्होंने आइसोलेट ना करते हुए अपने साथ ही रख लिया था. कोरोना संक्रमण की यह भी एक वजह हो सकती है. आशंका यह भी व्यक्ति की जा रही है कि यह दोनों भाई 29 मार्च को सब्जी खरीदने सब्जी मंडी गए थे. जहां यह दोनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए. इंदौर की अगर बात की जाए इंदौर में अब तक कोरोना से मौत का आंकड़ा 47 तक पहुंच गया है
10 अप्रैल को सांस लेने में हुई थी तकलीफ
बताया जा रहा है कि दोनों भाइयों ने 10 अप्रैल को बुखार और सांस में तकलीफ हुई थी. जिसके बाद, दोनों भाई इलाज के लिए इथराम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दवा देकर दोनों को घर भेज दिया. जब दवा खाने से दोनों भाइयों को आराम नहीं मिला, तो इन्होंने अरविंदो अस्पताल के एक डॉक्टर से सलाह ली. जहां इनके सैंपल लिए गए और इन्हें वापस घर भेज दिया. 13 अप्रैल को इनकी रिपोर्ट में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई. जिसके बाद, इनको चोइथराम अस्पताल में भर्ती कर लिया गया, जहां इनकी 16 अप्रैल को मौत हो गई.
सर्राफा बाजार में शोक लहर
सर्राफा बाजार की प्रतिष्ठित फर्म एसके ज्वेलर्स के संचालक घनश्याम तिवारी और मनीष तिवारी की मृत्यु की जानकारी जैसे ही सर्राफा बाजार के व्यापारियों को मिली तो उन्हें गहरा सदमा लगा. इसके बाद, सोशल मीडिया पर इन दोनों व्यापारियों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार को यह गम सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की जाने लगी.

यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश में 1100 के पार हुए कोरोना मरीज लेकिन जांच किट और पीपीई की भारी कमी
जिला चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया ने बताया कि घनश्याम दास तिवारी (52) और मनीष तिवारी (63) की मृत्यु कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से चोइथराम अस्पताल में हुई है. इन दोनों व्यापारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उपचार के लिए चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इनका उपचार चल रहा था. इसी बीच, गुरुवार को इन दोनों व्यापारियों ने मात्र 15 मिनट के अंतराल से दम तोड़ दिया.
परिवार का 12 साल का बच्चा भी संक्रमित
इंदौर में कोरोना से एक ही दिन में 8 मरीजों की मौत हो गई. इनमें मध्य प्रदेश के सबसे बड़े इंदौर के सर्राफा बाजार के दो व्यापारियों भाईयों घनश्याम तिवारी और मनीष तिवारी भी शामिल है. इस परिवार के 12 साल के बच्चे में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं के परिवार के 10 लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है.बताया जा रहा है इनके परिवार का एक सदस्य विदेश से लौटा था, जिसको इन्होंने आइसोलेट ना करते हुए अपने साथ ही रख लिया था. कोरोना संक्रमण की यह भी एक वजह हो सकती है. आशंका यह भी व्यक्ति की जा रही है कि यह दोनों भाई 29 मार्च को सब्जी खरीदने सब्जी मंडी गए थे. जहां यह दोनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए. इंदौर की अगर बात की जाए इंदौर में अब तक कोरोना से मौत का आंकड़ा 47 तक पहुंच गया है
10 अप्रैल को सांस लेने में हुई थी तकलीफ
बताया जा रहा है कि दोनों भाइयों ने 10 अप्रैल को बुखार और सांस में तकलीफ हुई थी. जिसके बाद, दोनों भाई इलाज के लिए इथराम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दवा देकर दोनों को घर भेज दिया. जब दवा खाने से दोनों भाइयों को आराम नहीं मिला, तो इन्होंने अरविंदो अस्पताल के एक डॉक्टर से सलाह ली. जहां इनके सैंपल लिए गए और इन्हें वापस घर भेज दिया. 13 अप्रैल को इनकी रिपोर्ट में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई. जिसके बाद, इनको चोइथराम अस्पताल में भर्ती कर लिया गया, जहां इनकी 16 अप्रैल को मौत हो गई.
सर्राफा बाजार में शोक लहर
सर्राफा बाजार की प्रतिष्ठित फर्म एसके ज्वेलर्स के संचालक घनश्याम तिवारी और मनीष तिवारी की मृत्यु की जानकारी जैसे ही सर्राफा बाजार के व्यापारियों को मिली तो उन्हें गहरा सदमा लगा. इसके बाद, सोशल मीडिया पर इन दोनों व्यापारियों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार को यह गम सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की जाने लगी.
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