Crime: मर्डर के एक माह बाद खुला राज, भाभी के व्यवहार से तंग आकर ननद ने ही रची थी हत्या की साजिश

Crime: ननद ने 5 लाख रुपए की सुपारी देकर भाभी की कराई हत्या, हुई गिरफ्तारी
दमोह में एक ननद ने 5 लाख रुपए की सुपारी देकर अपनी ही भाभी की हत्या करा दी.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: August 29, 2019, 11:18 AM IST
मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh) जिले में एक ननद ने 5 लाख रुपए की सुपारी देकर अपनी ही भाभी की हत्या करा दी. मिली जानकारी के मुताबिक 12 साल पहले पति को छोड़कर ननद मायके आकर रहने लगी थी. इस दौरान परिजनों के प्रति भाभी के अमानवीय व्यवहार (Inhuman behavior) को देख ननद ने उसकी हत्या (Murder) की सुपारी दे दी. मामला दतिया के नरसिंहगढ़ चौकी थाना क्षेत्र का है.
'भाभी के अमानवीय व्यवहार के चलते उठाना पड़ा यह कदम'
बीते 18 जून को नरसिंहगढ़ बस स्टैंड के पास 45 वर्ष की आरती तिवारी (Aarti Tiwari) को उसके घर के पास ही दिनदहाड़े गोली मारकर (Gun Shot) हत्या कर दी गई थी. इसमें एक अज्ञात व्यक्ति (निगम सिंह धाकड़) ने पहले आरती तिवारी की चेन खींची (chain snatch). इस दौरान दोनों में हुई झूमा-झपटी में दूसरे आरोपी ने महिला को गोली मार दी. इसके बाद वे मौके से फरार हो गया.
रास्ते में हो गई मौतइधर, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस महिला को घायल हालत में अस्पताल भेजकर आरोपी की तलाश में जुट गई. इधर, हत्या की सुपारी देने वाली ननद (अनिता अवस्थी) अपनी भाभी (आरती तिवारी) को जिला अस्पताल ले गई, लेकिन आरती की नाजुक हालत को देखते हुए उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया. हालांकि आरती ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया.
लोगों की सक्रियता से पकड़ा गया आरोपी
वहीं स्थानीय लोगों की सक्रियता से चेन छीनने वाला आरोपी निगम धाकड़ पकड़ा गया. पुलिस को आरोपी से सच उगलवाने के लिए लंबी रिमांड लेनी पड़ी. पागलपन का ड्रामा करने वाले निगम (आरोपी ) से करीब 32 दिन बाद पता चला कि आरती तिवारी की हत्या की साजिश उसकी ननद अनिता अवस्थी ने की थी. अनिता 12 साल पहले अपने पति को कटनी जिला में छोड़कर दमोह अपने मायके आकर रहने लगी थी. अनिता नरसिंहगढ़ में शासकीय स्कूल में एक शिक्षिका थी.
बहरहाल, मामले में 22 जुलाई को पुलिस ने अनिता अवस्थी (आरोपी ननद) को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में ननद ने बताया कि उसकी भाभी आरती से परिवार के सभी लोग परेशान थे. आरती का स्वभाव घर में कुछ ज्यादा ही अमानवीय था. घर मे छोटी-छोटी बात को लेकर सभी को गलत तरीके से अभद्र भाषा का प्रयोग कर प्रताड़ित करती थी. इसी चलते अनिता ने पड़ोसी मोनू पाराशर को 5 लाख रुपए देकर हत्या का प्लान बनाया था.

इसके बाद मोनू ने रायसेन निवासी रवि परमार को हत्या की सुपारी दी और निगम सिंह धाकड़ को नरसिंहगढ़ भेजा. इसके बाद मोनू पाराशर, निगम धाकड़ और अनीता ने 17 जून को चेन स्नेचिंग का प्लान बनाया और 18 जून को प्लान के मुताबिक आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया. घटना के आरोपियो में निगम धाकड़, अनिता अवस्थी और मोनू पाराशर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि इनका एक अन्य साथी जिसने गोली चलाई थी वो अब भी फरार है.
(दमोह से धर्मेश पाण्डेय की रिपोर्ट)
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टीम शिवराज ने कमलनाथ मंत्रिमंडल के सदस्यों को पछाड़ा
'भाभी के अमानवीय व्यवहार के चलते उठाना पड़ा यह कदम'
बीते 18 जून को नरसिंहगढ़ बस स्टैंड के पास 45 वर्ष की आरती तिवारी (Aarti Tiwari) को उसके घर के पास ही दिनदहाड़े गोली मारकर (Gun Shot) हत्या कर दी गई थी. इसमें एक अज्ञात व्यक्ति (निगम सिंह धाकड़) ने पहले आरती तिवारी की चेन खींची (chain snatch). इस दौरान दोनों में हुई झूमा-झपटी में दूसरे आरोपी ने महिला को गोली मार दी. इसके बाद वे मौके से फरार हो गया.
रास्ते में हो गई मौतइधर, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस महिला को घायल हालत में अस्पताल भेजकर आरोपी की तलाश में जुट गई. इधर, हत्या की सुपारी देने वाली ननद (अनिता अवस्थी) अपनी भाभी (आरती तिवारी) को जिला अस्पताल ले गई, लेकिन आरती की नाजुक हालत को देखते हुए उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया. हालांकि आरती ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया.
लोगों की सक्रियता से पकड़ा गया आरोपी
वहीं स्थानीय लोगों की सक्रियता से चेन छीनने वाला आरोपी निगम धाकड़ पकड़ा गया. पुलिस को आरोपी से सच उगलवाने के लिए लंबी रिमांड लेनी पड़ी. पागलपन का ड्रामा करने वाले निगम (आरोपी ) से करीब 32 दिन बाद पता चला कि आरती तिवारी की हत्या की साजिश उसकी ननद अनिता अवस्थी ने की थी. अनिता 12 साल पहले अपने पति को कटनी जिला में छोड़कर दमोह अपने मायके आकर रहने लगी थी. अनिता नरसिंहगढ़ में शासकीय स्कूल में एक शिक्षिका थी.
बहरहाल, मामले में 22 जुलाई को पुलिस ने अनिता अवस्थी (आरोपी ननद) को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में ननद ने बताया कि उसकी भाभी आरती से परिवार के सभी लोग परेशान थे. आरती का स्वभाव घर में कुछ ज्यादा ही अमानवीय था. घर मे छोटी-छोटी बात को लेकर सभी को गलत तरीके से अभद्र भाषा का प्रयोग कर प्रताड़ित करती थी. इसी चलते अनिता ने पड़ोसी मोनू पाराशर को 5 लाख रुपए देकर हत्या का प्लान बनाया था.

आरोपी ननद अनिता अवस्थी के अलावा निगम धाकड़ और मोनू पाराशर गिरफ्तार
इसके बाद मोनू ने रायसेन निवासी रवि परमार को हत्या की सुपारी दी और निगम सिंह धाकड़ को नरसिंहगढ़ भेजा. इसके बाद मोनू पाराशर, निगम धाकड़ और अनीता ने 17 जून को चेन स्नेचिंग का प्लान बनाया और 18 जून को प्लान के मुताबिक आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया. घटना के आरोपियो में निगम धाकड़, अनिता अवस्थी और मोनू पाराशर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि इनका एक अन्य साथी जिसने गोली चलाई थी वो अब भी फरार है.
(दमोह से धर्मेश पाण्डेय की रिपोर्ट)
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टीम शिवराज ने कमलनाथ मंत्रिमंडल के सदस्यों को पछाड़ा