मेडिकल कालेज की मांग को लेकर बंद रहा दमोह का बाजार

दमोह में मेडिकल कालेज की मांग को लेकर बंद बाजार का दृश्य
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद दमोह में मेडिकल कालेज को खोले जाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. मेडिकल कालेज की मांग को लेकर एक मोर्चा के तहत भाजपा के नेता ही सड़कों पर हैं . मांग को लेकर दमोह बंद का शनिवार को सुबह से दोपहर 12 बजे तक प्रमुख रूप से घंटाघर क्षेत्र के व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर मेडिकल कालेज की मांग को समर्थन दिया.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: March 17, 2018, 5:39 PM IST
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद दमोह में मेडिकल कालेज को खोले जाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. मेडिकल कालेज की मांग को लेकर एक मोर्चा के तहत भाजपा के नेता ही सड़कों पर हैं . मेडिकल कालेज की मांग को लेकर दमोह बंद का शनिवार को आव्हान किया गया था. सुबह से दोपहर 12 बजे तक प्रमुख रूप से घंटाघर क्षेत्र के व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर मेडिकल कालेज की मांग को समर्थन दिया. घंटाघर पर जुटे व्यापारियों ने नारेबाजी की. उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज को दमोह में ही खोले जाने का जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाने के लिए यह बंद किया था.
बंद दोपहर तक सफल रहा और कोई दुकान नहीं खुली. आम जनता को इंतजार है कि मेडिकल कालेज की मांग को लेकर चले आंदोलनों का दौर कब थमता है और उन लोगों को कब तक मेडिकल कालेज की सौगात मिल पाती है. उधर विपक्ष बीजेपी नेताओं के अपनी ही सरकार के खिलाफ बंद पर चुटकी ले रहा है.उनका कहना है कि बीजेपी सरकार इस वायदे को पूरा नहीं कर पा रही है, इसी को लेकर आने वाले चुनाव में स्थानीय बीजेपी नेता जनता के बीच किस मुंह से वोट के लिए जाएंगे, इसी को सोच वह यह दिखावे का आंदोलन कर रहे हैं.
बंद दोपहर तक सफल रहा और कोई दुकान नहीं खुली. आम जनता को इंतजार है कि मेडिकल कालेज की मांग को लेकर चले आंदोलनों का दौर कब थमता है और उन लोगों को कब तक मेडिकल कालेज की सौगात मिल पाती है. उधर विपक्ष बीजेपी नेताओं के अपनी ही सरकार के खिलाफ बंद पर चुटकी ले रहा है.उनका कहना है कि बीजेपी सरकार इस वायदे को पूरा नहीं कर पा रही है, इसी को लेकर आने वाले चुनाव में स्थानीय बीजेपी नेता जनता के बीच किस मुंह से वोट के लिए जाएंगे, इसी को सोच वह यह दिखावे का आंदोलन कर रहे हैं.