रिपोर्ट: अर्पित बड़कुल
दमोह: मध्य प्रदेश के कई जिलों में बेमौसम बारिश की खबरें सामने आ रही हैं. दमोह में भी बीते 2 दिनों से आसमान में काले बादल छाए हुए थे. रविवार की ढलती शाम के साथ तेज हवाओं के साथ बदरा जमकर बरसने लगे. इस बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. गेहूं-चने की फसल को तो नुकसान पहुंचा ही है, साथ ही मसूर की भी फसल तबाह हो गई है.
वहीं नोहटा ग्राम में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. तेंदूखेड़ा तहसील के रामादेही, तारादेही, बांदीपुरा, चौरई गांव के किसानों का कहना है कि खेतों में खड़ी गेहूं, चना की फसलें खराब हो गईं. बारिश के कारण तबाह फसल को देखकर उनके आंसू नहीं रुक रहे हैं. ब्लॉक के ज्यादातर किसानों का कहना है कि अभी तक कितना नुकसान हुआ है, इसका आंकलन कर पाना मुश्किल है.
मजदूरों से कटवानी होंगी फसल
किसानों का कहना है कि बारिश के कारण खेतों में गिरी फसलों को अब हार्वेस्टर से नहीं काट सकते, उसे मजदूरों से ही कटवाना पड़ेगा. इसके लिए अलग से पैसे देने होंगे. फसल काटने के बाद ही पता लग पाएगा कि कितना नुकसान हुआ है. किसानों की साल भर की मेहनत पर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया है.
गेहूं की फसल को ज्यादा नुकसान
रामादेही ग्राम के किसान विनोद घोसी ने बताया कि बेमौसम बरसात होने से बड़े पैमाने पर फसलों का नुकसान हुआ है. खेत में खड़ी फसलें जमीन पर बिछ गईं हैं, जिन्हें दोबारा खड़ा नहीं किया जा सकता.वहीं, किसान रामसेवक घोसी ने बताया कि बारिश होने के कारण खेत खलिहान में खड़ी हुई गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है. गेहूं की फसल पूर्ण रूप से नष्ट हो गई है. चना और मसूर की फसल को भी नुकसान पहुंचा है.
.
Tags: Damoh News, Mp news, MP weather
मिडिल क्लास फैमिली के लिए बेस्ट हैं ये बजट कार्स, स्टाइल और फीचर्स से लोडेड, माइलेज ऐसा कि नहीं होगी कोई चिंता
कागज से नहीं बनता आपके हाथ में रखा नोट, इस चीज का होता है इस्तेमाल, जवाब जानकर नहीं होगा भरोसा पर 100 फीसदी सच
1 हज़ार रुपये सस्ते हुए Vivo के ये दो फोन, कम दाम में 64 मेगापिक्सल कैमरा देख हर कोई खरीदने लगा