दमोह में आग का कहर: अलग-अलग घटनाओं में दो मासूमों की मौत, चार घायल

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सोमवार की रात आग का कोहराम रहा और दो अलग-अलग वारदातों में मकानों में लगी आग ने दो मासूमो की जिंदगी छीन ली
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सोमवार की रात आग का कोहराम रहा और दो अलग-अलग वारदातों में मकानों में लगी आग ने दो मासूमो की जिंदगी छीन ली
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: January 23, 2018, 5:37 PM IST
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सोमवार की रात आग का कोहराम रहा और दो अलग-अलग वारदातों में मकानों में लगी आग ने दो मासूमो की जिंदगी छीन ली जबकि दो मासूम और एक महिला और एक पुरुष अभी भी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं.
एक वारदात में झोपड़ी में अचानक आग लग गई और दो मासूमो जिंदा जल कर खाक हो गई जबकि दूसरी वारदात में कुछ दबंगों ने एक नींद में सोते परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश की है।
दरअसल, जिले के जनेरा थाने के कनकपुरा गावं में एक खेत में रहें वाले आदिवासी परिवार के लिए सोमवार की रात इस कदर काली रात बनकर आई की आग की लपटों ने ना सिर्फ उनके आशियाने को तबाह किया बल्कि उनकी दो मासूम बेटियां देखते ही देखते आग की चपेट में आई और जलकर खाक हो गई.
इसी गावं का गोली आदिवासी अपने परिवार के साथ खेत में झोपड़ी बनाकर रहता है. सोमवार रात गोली की दो बेटियां झोपड़ी में सो रही थीं, कि अचानक आग की लपटें निकलने लगी और झोपड़ी जलकर खाक हो खाक हो गई. आग के इस कोहराम में उनकी चार साल की बेटी सोहनी और छह साल की बेटी सुनैना आग में इस कदर जली की उनका कंकाल ही बचा है.कनकपुरा की इस दिल दहला देने वाली घटना से कुछ ही देर बाद एक और ऐसी ही खबर सामने आई जब जिले के पटेरा थाने के बिछिया गावं में दबंगों के कहर का खौफनाक कारनामा सामने आया और दबंगों ने एक नींद में सो रहे परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
बिछिया गावं के बबलू रैकवार अपने परिवार के साथ अपने झोपड़ीनुमा कच्चे मकान में सो रहे थे की रात के अँधेरे में गावं के दो दबंगों ने पहले मकान पर केरोसीन डाला और फिर घर को आग के हवाले कर दिया. जिंदा जलने की इस कोशिश में बबलू उसकी पत्नी और दो छोटे छोटे मासूम बच्चे बुरी तरह से आग से जले है जिन्हे जिला अस्पताल लाया गया है.
दबंगो के इस कहर के बाद दोनों मासूमो और उनके घायल माँ बाप को जिला अस्पताल लाया गया है जहाँ बबलू की पत्नी और एक बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है.
वहीं पुलिस ने मामला कायम कर जांच में लिया है और बबलू जिन दबंगों पर आरोप लगा रहा है उनकी तलाश के लिए पुलिस पार्टियां बनाई गई है.
एक वारदात में झोपड़ी में अचानक आग लग गई और दो मासूमो जिंदा जल कर खाक हो गई जबकि दूसरी वारदात में कुछ दबंगों ने एक नींद में सोते परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश की है।
दरअसल, जिले के जनेरा थाने के कनकपुरा गावं में एक खेत में रहें वाले आदिवासी परिवार के लिए सोमवार की रात इस कदर काली रात बनकर आई की आग की लपटों ने ना सिर्फ उनके आशियाने को तबाह किया बल्कि उनकी दो मासूम बेटियां देखते ही देखते आग की चपेट में आई और जलकर खाक हो गई.
इसी गावं का गोली आदिवासी अपने परिवार के साथ खेत में झोपड़ी बनाकर रहता है. सोमवार रात गोली की दो बेटियां झोपड़ी में सो रही थीं, कि अचानक आग की लपटें निकलने लगी और झोपड़ी जलकर खाक हो खाक हो गई. आग के इस कोहराम में उनकी चार साल की बेटी सोहनी और छह साल की बेटी सुनैना आग में इस कदर जली की उनका कंकाल ही बचा है.कनकपुरा की इस दिल दहला देने वाली घटना से कुछ ही देर बाद एक और ऐसी ही खबर सामने आई जब जिले के पटेरा थाने के बिछिया गावं में दबंगों के कहर का खौफनाक कारनामा सामने आया और दबंगों ने एक नींद में सो रहे परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
बिछिया गावं के बबलू रैकवार अपने परिवार के साथ अपने झोपड़ीनुमा कच्चे मकान में सो रहे थे की रात के अँधेरे में गावं के दो दबंगों ने पहले मकान पर केरोसीन डाला और फिर घर को आग के हवाले कर दिया. जिंदा जलने की इस कोशिश में बबलू उसकी पत्नी और दो छोटे छोटे मासूम बच्चे बुरी तरह से आग से जले है जिन्हे जिला अस्पताल लाया गया है.
दबंगो के इस कहर के बाद दोनों मासूमो और उनके घायल माँ बाप को जिला अस्पताल लाया गया है जहाँ बबलू की पत्नी और एक बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है.
वहीं पुलिस ने मामला कायम कर जांच में लिया है और बबलू जिन दबंगों पर आरोप लगा रहा है उनकी तलाश के लिए पुलिस पार्टियां बनाई गई है.