रिपोर्ट: अर्पित बड़कुल
दमोह: जिले के जबेरा जनपद पंचायत के अंतर्गत कोंडाकला गांव के लोगों ने गांव में शराबबंदी को लेकर अनोखी पहल की है. जिसके लिए ग्रामीणों के साथ सरपंच, सचिव, पंच ने मिलकर सर्वसम्मति से फैसला कर प्रस्ताव पारित किया है. इसके तहत जहां गांव में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगेगी, वहीं शराब का सेवन करने वालों को गांव से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. पंच और गांव वालों की सहमति के बाद ही उसे दोबारा गांव में प्रवेश मिलेगा.
साथ ही शराब पीने व बेचने वालों के खिलाफ ग्राम पंचायत द्वारा जुर्माना वसूली करते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा. आप को बता दें कि प्रदेश सरकार एक अप्रैल से नई आबकारी नीति के तहत सारे अहाते बंद करने जा रही है. सरकार की नई आबकारी नीति लागू होने के पहले ही कोंडाकला गांव के लोगों ने अवैध शराब को लेकर पहल कर दी है.
यहां 70 प्रतिशत लोग पीते हैं शराब
ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन करते हुए सर्वसम्मति से गांव में अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णता प्रतिबंध लगाने को लेकर प्रस्ताव पारित किया है. जानकारी के अनुसार कोंडाकला गांव के लगभग 70 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं, जिससे आए दिन महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग परेशान रहते हैं. अक्सर शराब के नशे में धुत लोग घरों में झगड़े करते हैं.
तब मिलेगा गांव में दोबारा प्रवेश
नई पीढ़ी को नशामुक्त बनाने के लिए ये पहल की गई है. गांव को नशामुक्त बनाने के लिए भगवती मानव कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष डॉ. सुजान सिंह और कोंडाकला सरपंच रचना जितेंद्र राय ने मिलकर यह प्रस्ताव तैयार किया है. इस फैसले से गांव की महिलाओं ने इसका समर्थन करते हुए खुशी जाहिर की है. वहीं डॉ. सुजान ने बताया कि ये पाबंदी तब तक रहेगी जब तक शराब पीने या बेचने वाले पर पंचायत को पूर्ण भरोसा नहीं हो जाता. पंच ही उसके आचरण को देखकर उसे गांव में घुसने की इजाजत देंगे.
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Tags: Damoh News, Mp news, New excise policy
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