अधिकारियों की शह पर डिंडौरी में फल-फूल रहा है रेत माफियाओं का कारोबार

डिंडौरी में अवैध रेत खनन
प्रशासनिक अमले द्वारा रेत माफिया पर कार्रवाई के बजाय राजनैतिक संरक्षण प्राप्त रेत माफियाओं की तरफदारी कर रहे हैं. खनिज अधिकारी नदी से अवैध रेत खनन पर बचकाना और गैरजिम्मेदाराना रवैया अपने रहे हैं और लहरों के अंदर से बड़ी हाइड्रा मशीनों ने उत्खनन कर रहे हैं.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 21, 2018, 1:27 PM IST
मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में रेत माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वो सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी की गाइडलाइन की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिले में नर्मदा की मुख्य सहायक बुढ़नेर नदी पर रेत की दो खदानें स्वीकृत है, जहां प्रभावशाली रेत ठेकादार सारे नियम कायदों को ताक में रखकर रेत खनन कर रहे हैं. रेत माफिया द्वारा नदी में सड़कों का जाल बिछा दिया गया है और बारहमास बहने वाली इस नदी के तल से भी रेत की खुदाई की जा रही है.
डिंडौरी में दिवारी के किनारे किए जा रहे रेत के अवैध दोहन पर प्रशासनिक अमला भी सुस्त रवैया अपनाए हुए हैं. नदी से अवैध रेत के दोहन से पानी दूषित हो गया है और जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है. रेत माफियाओं ने नदी के प्राकृतिक स्वरूप को भी खराब कर दिया है. कमको मोहनिया व दिवारी रेत खदान में चल रही अवैध गतिविधियों से प्रशासन के जबावदारों का कहना है कि नई उत्खनन नीति से खदान ठेकेदार रेत का खनन कर रहे हैं.
प्रशासनिक अमले द्वारा रेत माफिया पर कार्रवाई के बजाय राजनैतिक संरक्षण प्राप्त रेत माफियाओं की तरफदारी कर रहे हैं. खनिज अधिकारी नदी से अवैध रेत खनन पर बचकाना और गैरजिम्मेदाराना रवैया अपने रहे हैं और लहरों के अंदर से बड़ी हाइड्रा मशीनों ने उत्खनन कर रहे हैं. रेत खनन से परिवहन एवं ओवरलोड वाहनों के कारण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कें भी खराब हो रही है, जबकि कलेक्टर द्वारा इन सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.
नदी में चल रहे रेत के अवैध कारोबार को लेकर स्थानीय लोगों ने अनेको बार जवाबदारों से शिकायतें की है, लेकिन नतीजा हमेशा शिफर ही रहा है. कार्रवाई तो दूर की बात है अधिकारी और जिम्मेदारों ने इन मामलों की जांच करना भी उचित नहीं समझा.यह भी पढ़ें- नहीं रुक रहा है पन्ना में अवैध रेत उत्खनन का कारोबार
यह भी पढ़ें- एमपी में रेत माफिया के हौसले बुलंद, कार्रवाई करने पहुंची टीम पर बोला हमला
डिंडौरी में दिवारी के किनारे किए जा रहे रेत के अवैध दोहन पर प्रशासनिक अमला भी सुस्त रवैया अपनाए हुए हैं. नदी से अवैध रेत के दोहन से पानी दूषित हो गया है और जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है. रेत माफियाओं ने नदी के प्राकृतिक स्वरूप को भी खराब कर दिया है. कमको मोहनिया व दिवारी रेत खदान में चल रही अवैध गतिविधियों से प्रशासन के जबावदारों का कहना है कि नई उत्खनन नीति से खदान ठेकेदार रेत का खनन कर रहे हैं.
प्रशासनिक अमले द्वारा रेत माफिया पर कार्रवाई के बजाय राजनैतिक संरक्षण प्राप्त रेत माफियाओं की तरफदारी कर रहे हैं. खनिज अधिकारी नदी से अवैध रेत खनन पर बचकाना और गैरजिम्मेदाराना रवैया अपने रहे हैं और लहरों के अंदर से बड़ी हाइड्रा मशीनों ने उत्खनन कर रहे हैं. रेत खनन से परिवहन एवं ओवरलोड वाहनों के कारण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कें भी खराब हो रही है, जबकि कलेक्टर द्वारा इन सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.
नदी में चल रहे रेत के अवैध कारोबार को लेकर स्थानीय लोगों ने अनेको बार जवाबदारों से शिकायतें की है, लेकिन नतीजा हमेशा शिफर ही रहा है. कार्रवाई तो दूर की बात है अधिकारी और जिम्मेदारों ने इन मामलों की जांच करना भी उचित नहीं समझा.यह भी पढ़ें- नहीं रुक रहा है पन्ना में अवैध रेत उत्खनन का कारोबार
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