बारिश में जेल प्रबंधन की अव्यवस्थाओं के चलते बहनें भाइयों को नहीं बांध पाई राखी

गुना- बारिश में जेल प्रबंधन की अव्यवस्थाओं के चलते भाइयों को राखी बांधे बिना लौटी बहनें.
रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनें अपने कैदी भाइयों से मिलने और उनकी कलाइयों पर राखी बांधने के लिए जेल पहुंची थीं. लेकिन जेल प्रबंधन की अव्यवस्थाओं के चलते बहनों को अपने भाइयों से बिना मिले ही वापस लौटना पड़ा.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: August 15, 2019, 11:45 PM IST
रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनें अपने कैदी भाइयों से मिलने और उनकी कलाइयों पर राखी बांधने के लिए जेल पहुंची थीं. लेकिन जेल प्रबंधन की अव्यवस्थाओं के चलते बहनों को अपने भाइयों से बिना मिले ही वापस लौटना पड़ा. हालांकि कुछ महिलाओं को अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने में कामयाबी मिली, लेकिन ज्यादातर महिलाएं जेल प्रशासन की व्यवस्थाओं से खासी नाराज़ दिखीं. ऐसी सभी महिलाओं को अपने भाइयों को राखी बांधे बिना ही यूं ही लौट जाना पड़ा. बता दें कि हर साल रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाएं जेल में बंद अपने कैदी भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंचती हैं. लेकिन इस बार यहां गुना में भारी बारिश के चलते भाई बहन के मिलने के बीच खलल पड़ गया.

बारिश से बचाव के लिए जेल प्रबंधन ने नहीं की कोई व्यवस्था
दरअसल रक्षाबंधन के त्योहार को ध्यान में रखते हुए बारिश से बचाव के लिए जेल प्रबंधन द्वारा उचित व्यवस्था नहीं की गई थी. जेल कर्मी केवल एक तिरपाल को लेकर दिनभर खड़े रहे. ऐसे में महिलाओं ने भीगते हुए अपने कैदी भाइयों को तिलक किया और उनकी कलाइयों पर राखी बांधी. इस दौरान बारिश में महिलाएं परेशान होती रहीं. लेकिन जेलर ने उनके हालातों की खबर तक नहीं ली.जेल प्रबंधन से जब अव्यवस्थाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बात ही करने से मना कर दिया.
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कुछ महिलाओं को अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने में कामयाबी मिली, लेकिन ज्यादातर महिलाएं जेल प्रशासन की व्यवस्थाओं से खासी नाराज़ दिखीं.
बारिश से बचाव के लिए जेल प्रबंधन ने नहीं की कोई व्यवस्था
दरअसल रक्षाबंधन के त्योहार को ध्यान में रखते हुए बारिश से बचाव के लिए जेल प्रबंधन द्वारा उचित व्यवस्था नहीं की गई थी. जेल कर्मी केवल एक तिरपाल को लेकर दिनभर खड़े रहे. ऐसे में महिलाओं ने भीगते हुए अपने कैदी भाइयों को तिलक किया और उनकी कलाइयों पर राखी बांधी. इस दौरान बारिश में महिलाएं परेशान होती रहीं. लेकिन जेलर ने उनके हालातों की खबर तक नहीं ली.जेल प्रबंधन से जब अव्यवस्थाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बात ही करने से मना कर दिया.
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