रिपोर्ट : विजय राठौड़
ग्वालियर. अगर आप ग्वालियर की सड़कों पर चल रहे हैं, तो आवारा कुत्तों से सतर्क रहें. कहीं आपको भी ये कुत्ते नुकसान न पहुंचा दें. असल में, जैसे-जैसे गर्मी का असर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे शहर में डॉग बाइट के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन की मानें तो रोजाना 100 से अधिक लोग कुत्ते के काटे जाने की शिकायत लेकर इंजेक्शन की मांग कर रहे हैं. लैब असिस्टेंट अशोक आर्य ने बताया कि सोमवार को ही 124 लोग इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आए.
पूरे मार्च महीने का आंकड़ा देखें तो अब तक यानी 27 दिनों में 2057 लोग एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए आ चुके हैं. यह आंकड़ा चिंतानजक है और आवारा पशुओं पर काबू पाने के नगर निगम के प्रयासों पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
जिला अस्पताल के आरोग्य अधीक्षक आरकेएस धाकड़ ने बताया रेबीज बेहद खतरनाक बीमारी है, इतनी कि दुनिया में केवल तीन ही लोगों की जान इससे बच सकी है. इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है. धाकड़ के मुताबिक गर्मी के मौसम में डॉग बाइट के मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ता है. कुत्तों से दूरी बनाकर चलें ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो. उन्होंने कहा कि गर्मियां शुरू होते ही स्ट्रीट डॉग के स्वभाव में बदलाव आने लगता है.
धाकड़ के मुताबिक नगर निगम को समय-समय पर आवारा कुत्तों की आबादी नियंत्रित करने को लेकर भी अभियान चलाना चाहिए. इसके अलावा स्ट्रीट डाॅग्स को टीके दिए जाने से भी लोग सुरक्षित रह सकते हैं.
.
Tags: Attack of stray dogs, Gwalior news