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 Crime News : ग्वालियर के दवा कारोबारी को गुजरात के बदमाशों ने केन्या में बंधक बनाया, 10 लाख रुपए ठगे

Crime News. ग्वालियर लौटने के बाद दवा कारोबारी ने आपबीती पुलिस को सुनाई

Crime News. ग्वालियर लौटने के बाद दवा कारोबारी ने आपबीती पुलिस को सुनाई

Gwalior News. ठगों ने कारोबारी से पांच लाख रुपए भारत में ही ले लिए थे. उसके बाद केन्या बुलाया वहां भी दूतावास सहित अन्य ...अधिक पढ़ें

ग्वालियर. ग्वालियर के दवा कारोबारी को केन्या में बंधक बना लिया गया. बदमाशों ने उनसे 10 लाख रुपए ठग लिए. तीनों ठग गुजरात के रहने वाले हैं. उन्होंने दवा कारोबारी को केन्या में कारोबार के लिए वर्क परमिट दिलाने का झांसा दिया था. लेकिन वहां पहुंचने के बाद न वर्क परमिट मिला न ही पैसे लौटाए.

जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक ठगों ने कारोबारी से पांच लाख रुपए भारत में ही ले लिए थे. उसके बाद केन्या बुलाया वहां भी दूतावास सहित अन्य फीस के नाम पर पांच लाख वसूले. दस लाख रुपए देने के बाद भी कारोबारी को केन्या में वर्क परमिट नहीं मिला. जब उसने विरोध किया तो आरोपियों ने कारोबारी को बंधक बना लिया. पीड़ित कारोबारी किसी तरह ग्वालियर पहुंचा और FIR दर्ज कराई. पुलिस आरोपी ठगों की तलाश में दबिश दे रही है.

केन्या में दवा कारोबार का झांसा
ग्वालियर में रहने वाले वैभवकांत उपाध्याय नवइंडो फार्मा प्राइवेट लिमिटेड नाम से दवा कारोबार करते हैं. वैभव का दोस्त परमवीर भी केन्या में दवा का कारोबार करता था. परमवीर के जरिए वैभव की पहचान गुजरात के शिवम भट्‌ट, रवि पटेल और शिरीष भट्‌ट से हुई थी. शिवम, रवि और शिरीष ने वैभव को केन्या में दवा करोबार के लिए वर्क परमिट दिलाने का भरोसा दिया था. इस वर्क परमिट के लिए 10 लाख रुपए खर्च बताया. वैभवकांत ने 19 अक्टूबर 2022 को शिरीष भट्‌ट की कंपनी के खाते में पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. इन लोगों के बुलावे पर वैभवकान्त इसी साल 6 फरवरी केन्या पहुंच गया. केन्या में शिवम, रवि और शिरीष ने वैभव को अपने फ्लैट में रुकवाया. इन लोगों ने वैभव को दूतावास सहित अन्य जगह के लिए पांच लाख का खर्च और बताया. वैभव ने 10 फरवरी को 4.90 लाख रुपए शिवम ट्रेडर्स के खाते में जमा करा दिए.उसके बाद तीनों आरोपी कुछ दिन तक उसे वर्क परमिट दिलाने के नाम पर टहलाते रहे. जब वैभव ने एतराज जताया तो तीनों ने वैभव को बंधक बना लिया.

कारोबारी ने पुलिस को सुनाई दास्तान
केन्या में काफी परेशान होने के बाद वैभव किसी तरह भारत लौटकर आए. ग्वालियर आने के बाद भी वैभव ने तीनों आरोपियों को फोन लगाकर अपने रुपए वापस मांगे, लेकिन आरोपियों ने उसके रुपए नहीं लौटाए. अब वैभव का फोन उठाना भी बंद कर दिया है. परेशान होकर वैभव ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर मामले की शिकायत की है. क्राइम ब्रांच एडिशनल राजेश दंडौतिया ने कहा इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

Tags: Gwalior crime, Thugs of Hindostan

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