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MP News: ग्वालियर के इस मंदिर में होते हैं हनुमान जी के नृत्य मुद्रा के अद्भुत दर्शन, जानें इतिहास

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किले

किले की दीवार में बनी है हनुमान जी की मूर्ति

Hanuman Mandir Gwalior: बहोढ़ापुर क्षेत्र में ग्वालियर दुर्ग की तलहटी में मौजूद प्राचीन किले वाले हनुमान जी का मंदिर अप ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: विजय राठौड़

ग्वालियर. मध्य प्रदेश का शहर ग्वालियर एक धार्मिक नगरी के रूप में भी जाना जाता है. इस शहर में देवी देवता अपने विभिन्न स्वरूपों में विराजमान हैं. इन्हीं में से एक है बहोढ़ापुर क्षेत्र में ग्वालियर दुर्ग की तलहटी में मौजूद प्राचीन किले वाले हनुमान जी का मंदिर, जो कि अपने आप में एक अलग ही महत्व रखता है. वहीं, इस मंदिर को लेकर कई किवदंतियां भी प्रचलित हैं. जबकि इतिहासकारों के भी इस मंदिर को लेकर अलग तथ्य हैं. मंदिर के पुजारी कालीचरण चतुर्वेदी ने बताया कि यह ग्वालियर स्टेट का सबसे प्राचीन हनुमान मंदिर है. उनका कहना है कि जब महादजी सिंधिया ग्वालियर दुर्ग को फतह करने आए थे, तब उन्हें हनुमान जी की इस मूर्ति के दर्शन हुए थे और उन्होंने ही इस मंदिर में पूजा पाठ शुरू करवाया था. बताया जाता है कि यह मूर्ति स्वयं प्रकट मूर्ति है.

मंदिर के सहायक पुजारी ध्रुव ने बताया कि यह मंदिर बेहद प्राचीन है. करीबन 30 साल पहले जब भगवान हनुमान लगातार चोला चढ़ने के बाद काफी गोल मटोल हो गए थे. इसके बाद इनका चोला उतारा गया जिसमें लगभग 10 कुंटल सिंदूर निकला था. उसी दौरान पुरातत्व विश्लेषण टीम भी आई थी. उन्‍होंने मूर्ति के कुछ अवशेष लिए थे और उन अवशेषों के आधार पर संभावना जताई थी कि यह मूर्ति औरंगजेब के समय से भी पहले की हो सकती है.

नृत्य मुद्रा में भगवान की मूर्ति
पुजारी ने बताया कि यह मूर्ति भगवान की अन्य मूर्तियों से बेहद भिन्न है. इस मूर्ति में हनुमान जी अति प्रसन्न मुद्रा में है, जिसे गौर से देखने पर आपको नाचते गाते हुए प्रतीत होंगे. इसके साथ ही यह मूर्ति दुर्ग की आखिरी दीवार पर प्रकट हुई है, जोकि गोपाचल पर्वत की चट्टान से स्वयं प्रकट हुई है. ऐसा प्रतीत होता है कि मानो प्रभु हनुमान पूरे दुर्ग का वजन अपने ऊपर लेकर संभाले हुए हैं.

क्या कहते हैं इतिहासकार?
मंदिर की प्राचीनता को लेकर इतिहासविद माता प्रसाद शुक्ल ने बताया कि मंदिर बेहद प्राचीन है और इसका उल्लेख शिवाजी काल के समय मिलता है. उन्होंने बताया कि शिवाजी महाराज के गुरु स्वामी समर्थ रामदास जी महाराज कुछ समय ग्वालियर रहे थे. उस दौरान उन्‍होंने ग्वालियर में कई मंदिरों की स्थापना करवाई थी. जिनके खड़ाऊ आज भी ग्वालियर के राम द्वारे में सुरक्षित रखे हुए हैं.

Tags: Gwalior news, Lord Hanuman, Mp news

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