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Bageshwar Dham: समर्थन में उतरे संतों ने कहा- आचार्य धीरेंद्र पर है बालाजी की विशेष कृपा

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में ग्वालियर का संत समाज भी उतर आया है. संतों का कहना ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: विजय राठौड़

ग्वालियर: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को भला कौन नहीं जानता. पिछले कई दिनों से वह देश में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. फिलहाल, उनके समर्थन में ग्वालियर का संत समाज भी उतर आया है. उनका कहना है कि आचार्य धीरेंद्र के ऊपर बालाजी महाराज की विशेष कृपा है. वह जो भी कार्य करते हैं, वह बालाजी महाराज की कृपा से कर रहे हैं. इसमें कोई छलावा या जादू-टोना नहीं है.

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ा गांव में बागेश्वर बालाजी सरकार का धाम है. इसी धाम से पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जुड़े हुए हैं. वह देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी रामकथा कहने जाते हैं और इस दौरान दिव्य दरबार लगाते हैं. इस दरबार में भूत-प्रेत समेत कई समस्याओं का अपनी अध्यात्मिक शक्ति से इलाज करते हैं. पिछले दिनों नागपुर में रामकथा के दौरान वहां की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने उन पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया. उन्हें चुनौती भी दे डाली. बस यहीं से विवाद शुरू हो गया.

यह कोई जादू-टोना नहीं, दैवीय कृपा है
महामंडलेश्वर श्री महंत कपिल मुनि महाराज का कहना है कि अनादि काल से सनातन धर्म के लिए संत कार्य करते आए हैं, जिसका विरोध सदैव से हुआ है. इस विरोध के आगे अगर कोई रुक गया तो समझो रुक गया और आगे बढ़ गया तो ऐसे संत ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि आचार्य धीरेंद्र कोई जादू-टोना नहीं करते, बल्कि उन पर दैवीय कृपा है. बालाजी की कृपा से ही वह लोगों का कष्ट दूर कर रहे हैं.

आचार्य धीरेंद्र किसी को बुलाते नहीं, लोग उनके पास जाते हैं
ग्वालियर स्थित गंगा दास की बड़ी शाला के महंत एवं पीठाधीश्वर महाराज रामसेवक दास जी ने हनुमान चालीसा की चौपाई गाते हुए कहा, “भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे”. जिस देवता का नाम लेने से ही भूत जैसी योनियां भाग जाती हैं, आचार्य धीरेंद्र तो उन्हीं के उपासक हैं और हनुमानजी की उन पर विशेष कृपा है. उन्होंने कहा कि आचार्य धीरेंद्र किसी को बुलाने नहीं जाते हैं. लोग आस्था के चलते स्वयं उनके पास पहुंचते हैं और लाभ पाते हैं.

अनादि काल से चली आ रही है यह व्यवस्था
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला लाल टिपारा का संचालन कर रहे संत ऋषभदेव महाराज का कहना है कि यह व्यवस्था आदि-अनादि काल से चली आ रही है. प्राचीन समय में भी जो अच्छे वैद्य हुआ करते थे, वह भी व्यक्ति को देखकर उसकी बीमारी बता देते थे. वहीं, सनातन धर्म में कई प्रकार के उपासक हुए हैं, जिनके पास दिव्य शक्तियां रही हैं. इसी तरह आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमानजी के उपासक हैं और उन पर हनुमानजी की बड़ी कृपा है. उसी कृपा से वह लोगों का कष्ट दूर करते हैं.

Tags: Bageshwar Dham, Gwalior news, Mp news

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