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MP News: चारों तरफ खूंखार मगरमच्छ और पिंजरे में कैद गोताखोर, भारत का सबसे खतरनाक मिशन

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सौ साल से भी अधिक पुराने तिघरा डैम की दीवारों में दरारें आ गई हैं. खूंखार मगरमच्छों और जलीय ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: विजय राठौड़

ग्वालियर: टीवी शो ‘खतरों के खिलाड़ी’ में आप लोगों ने कई खतरनाक स्टंट देखे होंगे. अब ग्वालियर में भी ‘खतरों के खिलाड़ी’ नजर आएंगे, जब गोताखोर खतरनाक मगरमच्छों के बीच पानी के नीचे जाएंगे और एक मिशन को अंजाम देंगे. खूंखार मगरमच्छों से इन गोताखोरों को एक पिंजरा बचाएगा, जिसमें बैठकर वे अपने टास्क को पूरा करेंगे.

दरअसल, मध्य प्रदेश के 100 सालों से भी अधिक पुराने और ग्वालियर की जीवन रेखा तिघरा डैम की मरम्मत का काम जल्द शुरू होना है. डैम की मरम्मत के लिए विशेष तकनीक व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसकी वीडियोग्राफी करवा कर लीकेज भरे जाएंगे, जिसके लिए टेंडर हो चुका है. इस बार एक विशेष तकनीक के जरिए इस काम को अंजाम दिया जाएगा.

डैम की दरारों की पहले होगी वीडियोग्राफी
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता आरपी झा ने बताया कि तिघरा डैम में लीकेज की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है. यहां पानी में जलीय जंतु व खतरनाक मगरमच्छ हैं, जिनके कारण डैम की दीवार में हो चुके लीकेज अब तक नहीं भरे जा सके थे. लेकिन, इस बार विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. पानी के अंदर रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल की मदद से पहले क्षतिग्रस्त भागों की वीडियो बनाई जाएगी, ताकि समस्या को पूरी तरह से समझा जा सके. इसके बाद विशेष तकनीक द्वारा इनकी गहराई की माप की जाएगी. फिर एक विशेष घोल के माध्यम से इन्हें भरा जाएगा. इसके लिए पिंजरा में बैठकर ट्रेंड गोताखोर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर पानी में नीचे जाएंगे और चिन्हित स्थानों पर घोल डाल कर उन्हें भरेंगे.

रोजाना हो रहा कई गैलन पानी बर्बाद
गौरतलब है कि 100 साल से भी अधिक पुराने इस तिघरा डैम में कई सारे लीकेज हो गए हैं. इस कारण इन लीकेज के से रोजाना कई गैलन पानी बर्बाद हो रहा है. आपको बता दें कि इन लीकेज को भरने के लिए कई बार बड़े स्तर पर प्रयास किए गए थे. लेकिन खतरनाक मगरमच्छ और जलीय जीव जंतु की वजह से यह संभव नहीं हो पाया था. इसके चलते डैम पर भी खतरा होने लगा है. वर्तमान में एक कंपनी द्वारा नई तकनीक के माध्यम से लीकेज ट्रीटमेंट किया जाएगा.

Tags: Dam crack, Gwalior news, Mp news

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