हरदा जिले में नहर निर्माण बड़ी लापरवाही बरती जा रही है. निर्माण कार्य में गड़बड़ी के कारण पहली बारिश में ही करोड़ों की लागत से बन रही नहर की दीवारें बह गईं. जल संसाधन विभाग के टिमरनी डिवीजन में 26 करोड़ की लागत से 62 किलोमीटर क्षेत्र में नहर का निर्माण हो रहा है. नहरों में घटिया निर्माण कार्य का खमियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा. किसानों की कहना है कि इस बारे में उनकी की गई शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई.
जिले के टिमरनी डिवीजन में जल संसाधन विभाग द्वारा 26 करोड़ 80 लाख की लागत से तीन उपनहरों की लाइनिंग का कार्य किया जा रहा है. अभी निर्माण कार्य चल ही रहा था उसी दौरान नहर निर्माण कार्य में किए जा रहे गोलमाल की पोल खुल गई. अजनई उपनहर, रुण्डलाय उपनहर और हरदा उपनहर का निर्माण जल संसाधन विभाग करा रहा है. किसानों को अंतिम छोर तक सिंचाई के लिए पानी मिले इसलिए शासन के स्तर से सभी नहरों को पक्का किया जा रहा है लेकिन विभागीय अनदेखी से निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही के कारण नहरों का निर्माण कार्य पहली बारिश में ही बह गया. कई स्थानों से नहर के बीच का कंक्रीट बहने से मिट्टी बाहर आ गई है. घटिया निर्माण कार्य के कारण सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है. किसानों ने बताया कि नहर निर्माण में तकनीकी खामियों का ध्यान नहीं रखा गया. खेत से निकलने वाले पानी की निकासी रोकने से भी नहरों को नुकसान हो रहा है.
नहर निर्माण में किये गए कार्य का अंदाजा इसे लगाया जा सकता है की हाथों से ही कंक्रीट निकल रहा है. बजनिया गांव के किसानों ने नहर में उपयोग किए गए कंक्रीट को हाथों से ही निकालकर दिखा दिया. जिले के टिमरनी डिवीजन के कार्यपालन यंत्री ने निर्माण में लापरवाही की बात से इनकार करते हुए कहा कि अभी निर्माण कार्य जारी है और ठेकेदार को भुगतान नहीं हुआ है. जहां भी निर्माण बहा है उस स्थान पर दोबारा निर्माण किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : July 16, 2019, 21:40 IST