इंदौर कोरोना बुलेटिन : दो महिने में सबसे कम नये मरीज़ मिले, 24 घंटे में 4 की मौत

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर (IIT Indore) में कोरोना संक्रमण का मामला फिर से सामने आया है. आईआईटी के एक कर्मचारी के कोरोना (Corona) संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके साथ ही अब तक आईआईटी में करीब 12 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर (IIT Indore) में कोरोना संक्रमण का मामला फिर से सामने आया है. आईआईटी के एक कर्मचारी के कोरोना (Corona) संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके साथ ही अब तक आईआईटी में करीब 12 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: December 30, 2020, 6:50 PM IST
इंदौर.इंदौर (Indore) में कोरोना के आंकड़ों में कमी आयी है. मंगलवार को कोरोना (Corona) के 223 नये मरीज मिले जो पिछले दो महिने में सबसे कम हैं. हालांकि 24 घंटे में 4 मरीजों की मौत हो गयी.
पिछले दो महिने में इंदौर में कोरोना संक्रमितों का सबसे कम आंकड़ा आया है. पिछले 24 घंटे में 4511 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई जिसमें 223 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इन्हें मिलाकर अब तक इंदौर में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 54,684 पर पहुंच गई है. मेडिकल बुलेटिन में लगातार दूसरे दिन भी 4 लोगों की मौतों की पुष्टि की गई है. इन्हें मिलाकर कोरोना से अब तक 871 लोग बीमारी से दम तोड़ चुके हैं.मंगलवार को 368 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए. इस तरह अब तक 50,858 लोग कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हो चुके हैं. फिलहाल 2,955 लोग कोरोना संक्रमण से ग्रस्त होकर इलाज करवा रहे हैं.
ये है कोरोना ग्राफ
यदि क्षेत्रवार संक्रमण की बात करें तो सबसे ज्यादा संक्रमित 7 -7 मरीज विजय नगर और स्कीम नं. 78 में मिले.वहीं स्कीम नं. 71, स्कीम नं. 54,आरआर केट कॉलोनी में 5-5 संक्रमित मरीज मिले. तिलक नगर, मनोरमागंज, एमआईजी कॉलोनी, न्यू पलासिया, अपोलो डीबी सिटी,वैंकुठधाम में 4-4 संक्रमित मरीज मिले हैं. इसी तरह सुदामा नगर,मल्हारगंज,राज मोहल्ला,गुमास्ता नगर,अनुराग नगर,बख्तावर राम नगर,ओल्ड पलासिया,साउथ तुकोगंज,मां दुर्गा कालोनी राऊ,स्कीम नं. 114 लसुडिय़ा, प्रिकांको कालोनी,उत्कृष विहार कालोनी,कनाडिय़ा में 3-3 पॉजिटिव मरीज मिले. अन्य क्षेत्रों में 1-2 संक्रमित मिले हैं.IIT में कोरोना
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर में कोरोना संक्रमण का मामला फिर से सामने आया है. आईआईटी के एक कर्मचारी के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके साथ ही अब तक आईआईटी में करीब 12 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. अच्छी बात ये है कि ताजा मामले में संक्रमित पाए गए कर्मचारी की किसी तरह की विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं है. ऐसे में कोविड-19 के नए स्ट्रेन की आशंका नहीं है.

आईआईटी में लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. बाहर से आए एक रिसर्च स्कॉलर के साथ ही कैंपस में संक्रमण पहुंचा था. आईआईटी इंदौर कोरोना के वायरस से लेकर वैक्सीन तक पर रिसर्च में अहम भूमिका भी निभा रहा है.
पिछले दो महिने में इंदौर में कोरोना संक्रमितों का सबसे कम आंकड़ा आया है. पिछले 24 घंटे में 4511 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई जिसमें 223 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इन्हें मिलाकर अब तक इंदौर में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 54,684 पर पहुंच गई है. मेडिकल बुलेटिन में लगातार दूसरे दिन भी 4 लोगों की मौतों की पुष्टि की गई है. इन्हें मिलाकर कोरोना से अब तक 871 लोग बीमारी से दम तोड़ चुके हैं.मंगलवार को 368 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए. इस तरह अब तक 50,858 लोग कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हो चुके हैं. फिलहाल 2,955 लोग कोरोना संक्रमण से ग्रस्त होकर इलाज करवा रहे हैं.
ये है कोरोना ग्राफ
यदि क्षेत्रवार संक्रमण की बात करें तो सबसे ज्यादा संक्रमित 7 -7 मरीज विजय नगर और स्कीम नं. 78 में मिले.वहीं स्कीम नं. 71, स्कीम नं. 54,आरआर केट कॉलोनी में 5-5 संक्रमित मरीज मिले. तिलक नगर, मनोरमागंज, एमआईजी कॉलोनी, न्यू पलासिया, अपोलो डीबी सिटी,वैंकुठधाम में 4-4 संक्रमित मरीज मिले हैं. इसी तरह सुदामा नगर,मल्हारगंज,राज मोहल्ला,गुमास्ता नगर,अनुराग नगर,बख्तावर राम नगर,ओल्ड पलासिया,साउथ तुकोगंज,मां दुर्गा कालोनी राऊ,स्कीम नं. 114 लसुडिय़ा, प्रिकांको कालोनी,उत्कृष विहार कालोनी,कनाडिय़ा में 3-3 पॉजिटिव मरीज मिले. अन्य क्षेत्रों में 1-2 संक्रमित मिले हैं.IIT में कोरोना
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर में कोरोना संक्रमण का मामला फिर से सामने आया है. आईआईटी के एक कर्मचारी के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके साथ ही अब तक आईआईटी में करीब 12 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. अच्छी बात ये है कि ताजा मामले में संक्रमित पाए गए कर्मचारी की किसी तरह की विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं है. ऐसे में कोविड-19 के नए स्ट्रेन की आशंका नहीं है.
आईआईटी में लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. बाहर से आए एक रिसर्च स्कॉलर के साथ ही कैंपस में संक्रमण पहुंचा था. आईआईटी इंदौर कोरोना के वायरस से लेकर वैक्सीन तक पर रिसर्च में अहम भूमिका भी निभा रहा है.