MP में एंट्री कर रही है ओवैसी की AIMIM : 25 ज़िलों में लड़ेगी चुनाव! इंदौर में खोले क्लीनिक

MP में चुनाव लड़ने के लिए AIMIM अपना पहला सर्वे पूरा कर चुकी है.. (File pic)
इंदौर में पार्टी ने 10 से 12 मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में औवेसी चेरिटेबल क्लीनिक शुरू कर दिए हैं. इनमें मात्र 10 रुपये फीस लेकर इलाज किया जा रहा है.ये क्लीनिक दिल्ली के मोहल्ला और मध्यप्रदेश के संजीवनी क्लीनिक की तर्ज पर हैं.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: February 18, 2021, 6:14 PM IST
इंदौर.नगरीय निकाय चुनाव के जरिए हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि एआईएमआईएम (AIMIM) मध्यप्रदेश में एंट्री कर रही है.इसके लिए उसने जो तरीका निकाला है वो कुछ अलग है.पार्टी ने सर्वे करा लिया है और अब औवेसी क्लीनिक खोलकर जनता में पैठ बना रही है.एआईएमआईएम अभी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि सिर्फ 10 से 12 पार्षदों का चुनाव लड़ेगी.
तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में अपनी जड़ें जमा चुकी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि एआइएमआइएम ने अब मध्यप्रदेश का रुख कर लिया है.वो नगरीय निकाय चुनाव से प्रदेश की राजनीति में पदार्पण करने की तैयारी कर रही है.एमपी में एंट्री से पहले इस राजनीतिक दल ने इंदौर के साथ प्रदेश के कुछ खास शहरों में सर्वे कराया है.इसका एक दौर पूरा हो चुका है
मोहल्ला और संजीवनी की तर्ज पर औवेसी क्लीनिक
इंदौर में पार्टी ने 10 से 12 मुस्लिम बाहुल्य वार्डों पर ध्यान केंद्रित किया है. वो सेवा के जरिए लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने की जुगाड़ में है. यहां पार्टी ने औवेसी चेरिटेबल क्लीनिक शुरू कर दिए हैं. इनमें मात्र 10 रुपये फीस लेकर इलाज किया जा रहा है.ये क्लीनिक दिल्ली के मोहल्ला और मध्यप्रदेश के संजीवनी क्लीनिक की तर्ज पर हैं.मेयर का चुनाव नहीं
इंदौर में औवेसी की 250 बेड का एक अस्पताल शुरू करने की भी योजना है. इन्हीं क्लीनिक्स के जरिए वो धीरे-धीरे लोगों को जोड़ रहे हैं.एआईएमआईएम के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष और खजराना इलाके में ओवैसी क्लीनिक चला रहे डॉ.नईम अंसारी का कहना है इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में उनकी पार्टी सिर्फ 10 से 12 पार्षदों को उतारेगी. एआईएमआईएम अभी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी.
बैठकें शुरू
पार्टी के सदस्यता अभियान के बाद वार्डों में बैठकें भी शुरू हो गई हैं.इंदौर के 10 वार्डों में सदस्यता का लक्ष्य पूरा हो गया है.बाकि वार्डों में भी जल्द सदस्यता अभियान के साथ बैठकों का दौर शुरू होगा,उन्होने कहा बीजेपी औऱ कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके कई प्रत्याशी अब उनकी पार्टी से टिकट मांग रहे हैं.
25 ज़िलों में चुनाव लड़ने की तैयारी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चुनाव कोर्डिनेटर डॉ.फारुख शेख का कहना है इंदौर के अलावा मध्यप्रदेश के करीब 25 जिलों में पार्टी की चुनाव लड़ने की तैयारी है. इसके लिए प्रदेश का प्रभार हैदराबाद नगर निगम के पार्षद सैयद मिनहाजुद्दीन को सौंपा है.वे बीते दिनों इंदौर का दौरा कर चुके हैं. उन्हीं की देखरेख में सर्वे हुआ है. अगले सप्ताह वे फिर इंदौर आ सकते हैं. चुनाव प्रचार के लिए खुद असदुद्दीन ओवैसी शहर आएंगे,इंदौर में खजराना,चंदन नगर,आजाद नगर,ग्रीन पार्क,बंबई बाजार जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पार्षद पद के उम्मीदवार खड़े करने का फैसला हो चुका है लेकिन कई दूसरे शहरों में मेयर और नगर पालिका अध्यक्षों को भी मैदान में उतारने की तैयारी है.
बीजेपी-कांग्रेस बेचैन
एआईएमआईएम की दस्तक से प्रदेश के मुख्य सियासी दल बीजेपी और कांग्रेस की बैचेनी बढ़ गई है.हालांकि कांग्रेस एआईएमआईएम को बीजेपी का एजेंट बता रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है सब जानते हैं कि एआईएमआईएम भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में काम करती है.कुल मिलाकर मुसलमानों को गुमराह करने की साजिश है. नगरीय निकाय चुनाव में इनकी पार्टी को प्रत्याशी तक नहीं मिलेंगे. प्रत्याशी मिल भी गए तो उनकी ज़मानत जब्त होना तय है
गुमराह करने की राजनीति
मध्यप्रदेश में दो दलों बीजेपी और कांग्रेस के बीच बंटी सियासी जमीन में ओवैसी की एआईएमआईएम सेंध लगाने की तैयारी में जुट गई है.हालांकि बीजेपी का कहना है धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को इंदौर में मुंह तोड़ जवाब मिलेगा.सांसद शंकर लालवानी का कहना है बीजेपी कभी भी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करती,कभी चैरिटी के नाम पर राजनीति नहीं करती.हमारे किसी भी डॉक्टर कार्यकर्ता की दुकान पर आपने मोदी जी या शिवराज सिंह चौहान का फोटो लगा नहीं देखा होगा.लेकिन खजराना में जिस प्रकार औवेसी का फोटो लगाकर चैरिटेबल क्लीनिक खोलकर दस रुपए में इलाज किया जा रहा है ये लोगों को गुमराह कर राजनीतिक हित साधने की कोशिश है. राजनीति अलग है और सेवा कार्य अलग है.

महाराष्ट्र, बिहार के बाद प.बंगाल और एमपी में एंट्री
महाराष्ट्र के बाद बिहार विधानसभा चुनाव में मिली सफलता से ओवैसी के हौसले बुलंद हैं. वो देश में मुसलमानों का बड़ा चेहरा बनने की तैयारी में हैं. वे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के साथ ही मध्यप्रदेश की सियासत में भी स्थानीय चुनाव के रास्ते एंट्री कर रहे हैं.
तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में अपनी जड़ें जमा चुकी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि एआइएमआइएम ने अब मध्यप्रदेश का रुख कर लिया है.वो नगरीय निकाय चुनाव से प्रदेश की राजनीति में पदार्पण करने की तैयारी कर रही है.एमपी में एंट्री से पहले इस राजनीतिक दल ने इंदौर के साथ प्रदेश के कुछ खास शहरों में सर्वे कराया है.इसका एक दौर पूरा हो चुका है
मोहल्ला और संजीवनी की तर्ज पर औवेसी क्लीनिक
इंदौर में पार्टी ने 10 से 12 मुस्लिम बाहुल्य वार्डों पर ध्यान केंद्रित किया है. वो सेवा के जरिए लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने की जुगाड़ में है. यहां पार्टी ने औवेसी चेरिटेबल क्लीनिक शुरू कर दिए हैं. इनमें मात्र 10 रुपये फीस लेकर इलाज किया जा रहा है.ये क्लीनिक दिल्ली के मोहल्ला और मध्यप्रदेश के संजीवनी क्लीनिक की तर्ज पर हैं.मेयर का चुनाव नहीं
इंदौर में औवेसी की 250 बेड का एक अस्पताल शुरू करने की भी योजना है. इन्हीं क्लीनिक्स के जरिए वो धीरे-धीरे लोगों को जोड़ रहे हैं.एआईएमआईएम के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष और खजराना इलाके में ओवैसी क्लीनिक चला रहे डॉ.नईम अंसारी का कहना है इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में उनकी पार्टी सिर्फ 10 से 12 पार्षदों को उतारेगी. एआईएमआईएम अभी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी.
बैठकें शुरू
पार्टी के सदस्यता अभियान के बाद वार्डों में बैठकें भी शुरू हो गई हैं.इंदौर के 10 वार्डों में सदस्यता का लक्ष्य पूरा हो गया है.बाकि वार्डों में भी जल्द सदस्यता अभियान के साथ बैठकों का दौर शुरू होगा,उन्होने कहा बीजेपी औऱ कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके कई प्रत्याशी अब उनकी पार्टी से टिकट मांग रहे हैं.
25 ज़िलों में चुनाव लड़ने की तैयारी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चुनाव कोर्डिनेटर डॉ.फारुख शेख का कहना है इंदौर के अलावा मध्यप्रदेश के करीब 25 जिलों में पार्टी की चुनाव लड़ने की तैयारी है. इसके लिए प्रदेश का प्रभार हैदराबाद नगर निगम के पार्षद सैयद मिनहाजुद्दीन को सौंपा है.वे बीते दिनों इंदौर का दौरा कर चुके हैं. उन्हीं की देखरेख में सर्वे हुआ है. अगले सप्ताह वे फिर इंदौर आ सकते हैं. चुनाव प्रचार के लिए खुद असदुद्दीन ओवैसी शहर आएंगे,इंदौर में खजराना,चंदन नगर,आजाद नगर,ग्रीन पार्क,बंबई बाजार जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पार्षद पद के उम्मीदवार खड़े करने का फैसला हो चुका है लेकिन कई दूसरे शहरों में मेयर और नगर पालिका अध्यक्षों को भी मैदान में उतारने की तैयारी है.
बीजेपी-कांग्रेस बेचैन
एआईएमआईएम की दस्तक से प्रदेश के मुख्य सियासी दल बीजेपी और कांग्रेस की बैचेनी बढ़ गई है.हालांकि कांग्रेस एआईएमआईएम को बीजेपी का एजेंट बता रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है सब जानते हैं कि एआईएमआईएम भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में काम करती है.कुल मिलाकर मुसलमानों को गुमराह करने की साजिश है. नगरीय निकाय चुनाव में इनकी पार्टी को प्रत्याशी तक नहीं मिलेंगे. प्रत्याशी मिल भी गए तो उनकी ज़मानत जब्त होना तय है
गुमराह करने की राजनीति
मध्यप्रदेश में दो दलों बीजेपी और कांग्रेस के बीच बंटी सियासी जमीन में ओवैसी की एआईएमआईएम सेंध लगाने की तैयारी में जुट गई है.हालांकि बीजेपी का कहना है धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को इंदौर में मुंह तोड़ जवाब मिलेगा.सांसद शंकर लालवानी का कहना है बीजेपी कभी भी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करती,कभी चैरिटी के नाम पर राजनीति नहीं करती.हमारे किसी भी डॉक्टर कार्यकर्ता की दुकान पर आपने मोदी जी या शिवराज सिंह चौहान का फोटो लगा नहीं देखा होगा.लेकिन खजराना में जिस प्रकार औवेसी का फोटो लगाकर चैरिटेबल क्लीनिक खोलकर दस रुपए में इलाज किया जा रहा है ये लोगों को गुमराह कर राजनीतिक हित साधने की कोशिश है. राजनीति अलग है और सेवा कार्य अलग है.
महाराष्ट्र, बिहार के बाद प.बंगाल और एमपी में एंट्री
महाराष्ट्र के बाद बिहार विधानसभा चुनाव में मिली सफलता से ओवैसी के हौसले बुलंद हैं. वो देश में मुसलमानों का बड़ा चेहरा बनने की तैयारी में हैं. वे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के साथ ही मध्यप्रदेश की सियासत में भी स्थानीय चुनाव के रास्ते एंट्री कर रहे हैं.