देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की ये है ख़ासियत, इसलिए बना सफाई में सिकंदर

इंदौर
इंदौर देश का पहला शहर है, जहां ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह खत्म कर नए प्रयोग किए गए हैं.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: March 6, 2019, 1:09 PM IST
मध्य प्रदेश का इंदौर शहर देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है. ये लगातार तीसरा साल है जब स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर नंबर 1 बना है. इसी के साथ इस शहर की सफाई के मामले में हैट्रिक लग गयी है. दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अवॉर्ड प्रदान किए. एमपी की ओर से नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने ये अवॉर्ड लिया.
समारोह में इंदौर की महापौर मालिनी गौड़, निगमायुक्त आशीष सिंह, नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम, कंसल्टेंट असद वारसी मौजूद थे. भोपाल का अवॉर्ड महापौर आलोक शर्मा ने ग्रहण किया. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता के अलग-अलग पैमानों पर करीब 70 अवॉर्ड दिए. अनुमान था कि मध्यप्रदेश को 18 से 19 अवॉर्ड मिलेंगे. इसकी वजह ये थी कि इंदौर, भोपाल का नाम 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले प्रमुख शहरों में शुमार था और 3 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में उज्जैन का नाम अव्वल है.
ये है इंदौर की खासियत
- इंदौर देश का पहला शहर है, जहां ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह खत्म कर नए प्रयोग किए गए हैं.- इंदौर में 3 R कॉन्सेप्ट पर हुआ काम,रीड्य़ूस,रीयूस और रिसाइकल पर हुआ काम.
- 100 प्रतिशत कचरे की प्रोसेसिंग, बिल्डिंग मटेरियल और व्यर्थ निर्माण सामग्री का कलेक्शन और निपटान.
- कचरा गाड़ियों की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस, कंट्रोल रूम और 19 जोन की अलग-अलग 19 टीवी स्क्रीन.
- 29 हजार से ज्यादा घरों में गीले कचरे से होम कम्पोस्टिंग का काम
- देश के पहले डिस्पोजल फ्री मार्केट इसमें हाल ही में 56 दुकान भी शामिल.
- पहला शहर,जहां लाखों लोगों की मौजूदगी के दो जीरो वेस्ट इवेंट हुए
ये भी पढ़ें -स्वच्छता में MP बना नंबर-1, इंदौर सबसे स्वच्छ शहर और भोपाल सबसे साफ राजधानी
फिर सिरमौर बना इंदौर: ODF डबल प्लस का दर्जा पाने वाला देश का पहला शहर
ये भी पढ़ें- देसी हो या विलायती हर तरह की शराब होगी महंगी, कांग्रेस-बीजेपी में ये कैसी होड़!
समारोह में इंदौर की महापौर मालिनी गौड़, निगमायुक्त आशीष सिंह, नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम, कंसल्टेंट असद वारसी मौजूद थे. भोपाल का अवॉर्ड महापौर आलोक शर्मा ने ग्रहण किया. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता के अलग-अलग पैमानों पर करीब 70 अवॉर्ड दिए. अनुमान था कि मध्यप्रदेश को 18 से 19 अवॉर्ड मिलेंगे. इसकी वजह ये थी कि इंदौर, भोपाल का नाम 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले प्रमुख शहरों में शुमार था और 3 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में उज्जैन का नाम अव्वल है.
ये है इंदौर की खासियत
- इंदौर देश का पहला शहर है, जहां ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह खत्म कर नए प्रयोग किए गए हैं.- इंदौर में 3 R कॉन्सेप्ट पर हुआ काम,रीड्य़ूस,रीयूस और रिसाइकल पर हुआ काम.
- 100 प्रतिशत कचरे की प्रोसेसिंग, बिल्डिंग मटेरियल और व्यर्थ निर्माण सामग्री का कलेक्शन और निपटान.
- कचरा गाड़ियों की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस, कंट्रोल रूम और 19 जोन की अलग-अलग 19 टीवी स्क्रीन.
- 29 हजार से ज्यादा घरों में गीले कचरे से होम कम्पोस्टिंग का काम
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