इंदौर में भूमाफिया की बेटी-दामाद के घर छापा, मद्दा का नहीं लगा कोई सुराग

फरार भूमाफिया दीपक जैन मद्दा के समधी के घर पुलिस ने छापा मारा. (सांकेतिक फोटो)
भूमाफिया दीपक जैन मद्दा की तलाश में पुलिस समधी के घर पहुंच गई. बेटी-दामाद से लंबी पूछताछ की है. मद्दा के बारे में पुलिस को फिलहाल कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. पुलिस का कहना है कि जांच जारी रहेगी.
- News18Hindi
- Last Updated: February 25, 2021, 8:04 AM IST
इंदौर. पुलिस ने बुधवार को 20 हजार के इनामी भूमाफिया दीपक उर्फ मद्दा जैन के समधी के 171 साकेत नगर स्थित बंगले पर छापा मारा. एएसपी राजेश रघुवंशी और एमआईजी टीआई विनोद दीक्षित अपनी-अपनी टीम के साथ पहुंचे और घर को चारों ओर से घेर लिया.
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक, हमें पता चला था कि ने फरार होने के बाद साकेत नगर में बेटी और दामाद श्रीजीत झंवर से संपर्क किया है. हालांकि, माफिया के किसी और परिजन से मुलाकात के कोई संकेत नहीं मिले. इसके लिए टीम बनाकर साकेत नगर स्थित बंगले को सर्च करन भेजा गया.
बेटी ने पिता से संपर्क की बात को नकारा
एएसपी रघुवंशी ने महिला कॉन्सटेबल के जरिये बेटी से लंबी पूछताछ की. उसका मोबाइल भी चेक किया, लेकिन बेटी ने पिता से कोई संपर्क न होने की बात कही. दूसरी ओर, श्रीजीत को पूछताछ के लिए थाने लाया गया. बता दें, दामाद-बेटी राऊ के पास डेंटल कॉलेज संचालित करते हैं.दूसरा माफिया राजस्थान भागा
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, एक और माफिया प्रतीक संघवी की तलाश में टीम मुंबई गई थी. सूचना मिली थी कि प्रतीक वहा चचेरी बहन के पास छुपा है. लेकिन, जब पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि वह वहां से उदयपुर भाग गया है. सफर में प्रतीक किसी भी तरह का कोई मोबाइल या इलेक्ट्रानिक आइटम उपयोग नहीं कर रहा है.
पुलिस ने इनकम टैक्स से मांगा रिकॉर्ड
एसपी बागरी ने बताया कि फरार भूमाफिया पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. ये फर्जी आईडी बनाकर इंटरनेट कॉलिंग के जरिए अपने करीबियों के संपर्क में हैं. सभी की संपत्ति को लेकर इनकम टैक्स विभाग को भी पत्र लिखकर इनके टैक्स जमा करने व संपत्तियों के रिकॉर्ड की जानकारी मांगी गई है.
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक, हमें पता चला था कि ने फरार होने के बाद साकेत नगर में बेटी और दामाद श्रीजीत झंवर से संपर्क किया है. हालांकि, माफिया के किसी और परिजन से मुलाकात के कोई संकेत नहीं मिले. इसके लिए टीम बनाकर साकेत नगर स्थित बंगले को सर्च करन भेजा गया.
बेटी ने पिता से संपर्क की बात को नकारा
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, एक और माफिया प्रतीक संघवी की तलाश में टीम मुंबई गई थी. सूचना मिली थी कि प्रतीक वहा चचेरी बहन के पास छुपा है. लेकिन, जब पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि वह वहां से उदयपुर भाग गया है. सफर में प्रतीक किसी भी तरह का कोई मोबाइल या इलेक्ट्रानिक आइटम उपयोग नहीं कर रहा है.
पुलिस ने इनकम टैक्स से मांगा रिकॉर्ड
एसपी बागरी ने बताया कि फरार भूमाफिया पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. ये फर्जी आईडी बनाकर इंटरनेट कॉलिंग के जरिए अपने करीबियों के संपर्क में हैं. सभी की संपत्ति को लेकर इनकम टैक्स विभाग को भी पत्र लिखकर इनके टैक्स जमा करने व संपत्तियों के रिकॉर्ड की जानकारी मांगी गई है.