इंदौर. भीषण गर्मी के बीच पंचायत और निकाय चुनाव दस्तक देने वाले हैं. जाहिर है पानी तो मुद्दा बनेगा ही. टिकट के दावेदार परेशान लोगों तक पानी पहुंचा रहे हैं. उम्मीद यही है कि पानी के बदले हो सकता है मतदाता उन्हें वोट दे दें. इंदौर की 40 लाख की आबादी के लिए पेयजल सप्लाई आसान नहीं. लेकिन जब प्रदेश का जल संसाधन मंत्री इसी शहर का हो तो जलसंकट की बात किसी के गले नहीं उतरती
मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी के बीच पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव होने को हैं. ऐसे में पानी का मुद्दा सबसे अहम बन गया है. शहरों से लेकर गांव तक पानी की समस्या है. यही वजह है कि अपनी जीत पक्की करने के लिए पार्षद पद के लिए टिकट के दावेदार खुद टैंकर चलाकर लोगों तक पानी पहुंचा रहे हैं. ताकि जनता की सहानुभूति हासिल की जा सके.
हुजूर हाजिर हैं…
प्रदेश के साथ साथ इंदौर भी इन दिनों पेयजल संकट के दौर से गुजर रहा है. लोग पानी के लिए परेशान हैं. लेकिन उनकी परेशानी को नगरीय निकाय चुनाव की आहट ने कम कर दिया है. अब लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए मेयर से लेकर पार्षद पद के दावेदार खुद टैंकर लेकर लोगों तक पहुंच रहे हैं. वे प्राइवेट टैंकरों की मदद से पानी की सप्लाई कर रहे हैं. इससे जनता आक्रोशित न हो और उनकी जीत पक्की कर दे. कई मोहल्लों में नगर निगम के टैंकरों से पानी की सप्लाई हो रही है. दावेदारों को फोन करते ही वे प्राइवेट टैंकर लेकर भी हाजिर हो रहे हैं. भीषण गर्मी की वजह से लोग पानी के लिए परेशान हैं. यही वजह की इस समय पानी के सामने सब मुद्दे पीछे छूट गए हैं.
जल संसाधन मंत्री के इलाके का हाल
इंदौर में पानी का संकट लगातार बना हुआ है. जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर नहीं हैं. जबकि राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट खुद इसी शहर के हैं. वे भी शहर के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना पा रहे हैं. यही वजह है कि नगरीय निकाय चुनाव में पानी का मुद्दा हावी रहने वाला है.कांग्रेस का तो स्पष्ट कहना है कि वो चुनाव में पेयजल संकट बड़ा मुद्दा बनाएगी. शहर में 20 साल से बीजेपी के महापौर और परिषद है. लेकिन पानी जैसी मूलभूत जरूरत का इंतजाम नहीं किया गया. जनता इसका अब जबाव देने वाली है..
सबके अपने अपने दावे
पेयजल संकट के लिए कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है तो वहीं बीजेपी भी पलटवार कर रही है. बीजेपी नेता और मेयर के टिकट दावेदार मधु वर्मा का कहना है कांग्रेस पानी का मुद्दा बना रही है. यदि वास्तव में जनता की तकलीफ से वो इत्तफाक रखती है तो कांग्रेसियों को जनता के बीच जाकर उनकी परेशानी दूर करना चाहिए. हम लोग खुद अपने टैंकर लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं. क्योंकि जनता की तकलीफ हम लोग देख नहीं सकते हैं. भीषण गर्मी में जनता को पानी उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है,इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
40 लाख की आबादी के लिए पानी
इंदौर शहर की जनसंख्या 40 लाख के पार है. इतनी बड़ी आबादी को पानी मुहैय्या कराना नगर निगम के लिए चुनौती से कम नहीं है. शहर की जनसंख्या के हिसाब से 800 एमएलडी पानी की आवश्यक्ता है. लेकिन 540 एमएलडी पानी ही उपलब्ध है. लोग परेशान हैं और इसका आक्रोश भी चुनाव में दिखाई देने वाला है. यही वजह है कि दावेदार जनता को खुश करने के लिए पानी लेकर दौड़ रहे हैं.
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