कैश वैन में बैठे गार्ड की गोली लगने से मौत, हादसा या आत्महत्या में उलझी पुलिस

(सांकेतिक फोटो)
Indore News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में एक निजी बैंक में पैसा जमा करवाने वाली कैश वैन के गार्ड की संदिग्ध मौत (Death) हो गई है.
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated: April 8, 2021, 7:56 AM IST
इंदौर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में एक निजी बैंक में पैसा जमा करवाने वाली कैश वैन के गार्ड की संदिग्ध मौत (Death) हो गई है. गार्ड की गोली लगने से मौत हुई है. गोली उसकी ठोढ़ी से लगकर सिर से निकली. बताया जा रहा है कि गन का पावर इतना तेज था कि उसकी खोपड़ी के परखच्चे उड़ गए. उसी वक्त वैन में बैठे तीन साथियों पर खून व मांस के छींटे उड़े और वे बाहर भागे. साथियों को अंदेशा है, यह हादसा है, जबकि पिता का कहना है कि वह तनाव में था. हो सकता है गोली मार ली हो. पुलिस को आत्महत्या का अंदेशा है. लेकिन परिजनों के आरोप के बाद अब आत्महत्या या हादसे में पुलिस उलझ गई है. मामले की जांच जारी है.
इंदौर की तुकोगंज पुलिस के अनुसार इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने निजी बैंक के बाहर खड़ी कैश वैन में बैठे गौरी नगर निवासी चरण सिंह (40) पिता ईश्वर सिंह चौधरी की गोली लगने से मौत हई. हादसा बीते बुधवार की दोपहर 3.20 बजे का बताया जा रहा है. घटना के वक्त मौजूद सुपरवाइजर (कस्टोडियन) अरुण दास ने बताया कि वे रोज की तरह इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने स्थित बैंक में कैश लोड करने गए थे. अरुण बैंक से लौटे तब वैन में गार्ड चरण सिंह, राजवीर सिंह गुर्जर, लोडर रितेश सुमन और ड्राइवर अनिल दास बैठे थे. अरुण वैन तक पहुंचे, तभी अंदर से धमाके की आवाज आई. इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी.
मकान बेचने के तनाव में था
पुलिस ने परिजन से पूछताछ की, लेकिन ज्यादा कुछ बताया नहीं. उसके तीन बेटे कशिश, मोक्ष और आशीष हैं. आशीष अपने दादा के साथ रहता था। पत्नी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी. पिता ने कहा कि बेटा टेंशन में था. वह मकान बेचने को लेकर तनाव में था, लेकिन ये हादसा है कि आत्महत्या ये अभी तय नहीं है. साथियों का भी कहना है कि गन हमेशा लोड ही रखना होती थी। यदि वह तनाव में था, तो दिनभर से रिस्पांस तो देता, लेकिन उसके चेहरे का भाव अलग नहीं था.
इंदौर की तुकोगंज पुलिस के अनुसार इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने निजी बैंक के बाहर खड़ी कैश वैन में बैठे गौरी नगर निवासी चरण सिंह (40) पिता ईश्वर सिंह चौधरी की गोली लगने से मौत हई. हादसा बीते बुधवार की दोपहर 3.20 बजे का बताया जा रहा है. घटना के वक्त मौजूद सुपरवाइजर (कस्टोडियन) अरुण दास ने बताया कि वे रोज की तरह इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने स्थित बैंक में कैश लोड करने गए थे. अरुण बैंक से लौटे तब वैन में गार्ड चरण सिंह, राजवीर सिंह गुर्जर, लोडर रितेश सुमन और ड्राइवर अनिल दास बैठे थे. अरुण वैन तक पहुंचे, तभी अंदर से धमाके की आवाज आई. इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी.
मकान बेचने के तनाव में था
पुलिस ने परिजन से पूछताछ की, लेकिन ज्यादा कुछ बताया नहीं. उसके तीन बेटे कशिश, मोक्ष और आशीष हैं. आशीष अपने दादा के साथ रहता था। पत्नी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी. पिता ने कहा कि बेटा टेंशन में था. वह मकान बेचने को लेकर तनाव में था, लेकिन ये हादसा है कि आत्महत्या ये अभी तय नहीं है. साथियों का भी कहना है कि गन हमेशा लोड ही रखना होती थी। यदि वह तनाव में था, तो दिनभर से रिस्पांस तो देता, लेकिन उसके चेहरे का भाव अलग नहीं था.