हिट एंड रन केस में सलमान खान को बरी किए जाने के बाद इंदौर स्थित उनके पैतृक निवास पर खुशियां मनाई जा रही हैं. सलमान के परिवार को सुबह से बड़ी बेसब्री से फैसले का इंतजार था. बॉम्बे हाईकोर्ट ने सलमान खान को इस मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया.
सलमान खान के चाचा नईम खान और भतीजी काफी खुश नजर आईं. उन्होंने कहा कि सलमान खान इस मामले को लेकर काफी बेफ्रिक थे. पुराने दिनों को याद करते हुए वह बताती हैं कि सलमान को अपनी बेगुनाही साबित होने का पूरा भरोसा था. वह हमेशा कहते थे, 'डरने की कोई बात नहीं हैं, बेगुनाह हूं, छूट जाऊंगा.'
सलमान खान का इंदौर से बेहद करीबी नाता रहा है. उनका जन्म 27 दिसंबर 1965 को इंदौर में ही हुआ था. सलमान का बचपन इंदौर के पलासिया थाने के सामने मौजूद खान कैम्पस में गुजरा है. वहीं नजदीक कल्याणमल नर्सिंग होम में उनका जन्म हुआ था.
सलमान का बचपन इंदौर की गलियों में ही खेलते हुए गुजरा. उनकी पढ़ाई सिंधिया स्कूल, ग्वालियर से हुई है जहां वे अपने भाई अरबाज खान के साथ पढ़ते थे. इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने मुंबर्इ के बांद्रा इलाके में स्थित सेंटस्टैनिसलॉस हाईस्कूल से की थीं.
सलमान खान पिछले साल 'जय हो' फिल्म के प्रमोशन के लिए इंदौर आए थे. इस दौरान एक मीडिया इंटरव्यू में वह बेहद भावुक हो गए थे. उन्होंने कहा था, 'बहुत साल पहले की बात है, एक लड़का ओल्ड पलासिया में साइकिल से घूमा करता था, वहीं मजे से कुल्फी खाता था, पतंग और डोर से खेलता था. अब वो बात कहां? न तो साइकिल चलाने की जगह है, और न ही वैसा सुकून. लड़का जवान हो गया है. उसे हरियाली की जगह अब क्रांकिट का जंगल दिखता है. उसका अपना घर उसी खान कैम्पस में है, जहां पहले था. वह लड़का अब इंदौर आता है, तो चाहकर भी उस घर नहीं जा पाता है, जहां उसका पूरा दिन गुजरता था और जहां जाने की तमन्ना उसके दिल में हरदम जवां रहती है. इंदौर अब वैसा नहीं रहा, जैसा पहले था.'
सलमान खान 2009 में मेयर चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी के समर्थन में इंदौर में चुनाव प्रचार भी कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने आधे शहर में रोड़ शो किया था. उनके लाखों चाहने वाले अपने दबंग की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर नजर आए थे. हालांकि, सलमान के प्रचार के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हार गए थे.
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FIRST PUBLISHED : December 10, 2015, 14:17 IST