Indore: फोन ही फोन पर ज्वैलर्स से लूटे करोड़ों, इस ट्रिक से झांसे में आते थे बड़े-बड़े व्यापारी

Patna News: मुंबई पुलिस ने पटना में साइबर अपराधियों के गिरोह का खुलासा किया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
गैंग का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. गैंग के कई अन्य सदस्य भी फरार हैं. पुलिस के मुताबिक, ये शहर के जवैलर्स को अपना परिचय देकर उनसे रुपए देने का सहयोग मांगते थे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 4:47 PM IST
इंदौर. साइबर क्राइम सेल ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अनोखे अंदाज में करोड़ों की ठगी है. ये ठग खुद को देश का नामी ज्वैलर बनाते थे और कई ज्वैलर्स को चूना लगाते थे. ठग इन ज्वैलर्स के परिजनों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए समाजों द्वारा बनाई गईं पत्रिकाओं का इस्तेमाल करते थे.
साइबर क्राइम सेल ने करोड़ों की ठगी करने वाली गैंग के दो गुर्गों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया. हालांकि, गैंग का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. गैंग के कई अन्य सदस्य भी फरार हैं. पुलिस के मुताबिक, ये शहर के जवैलर्स को अपना परिचय देकर उनसे रुपए देने का सहयोग मांगते थे. और, पैसे पहुंचते ही मोबाइल बंद कर देते थे.
जबरदस्त शातिर हैं बदमाश
पुलिस ने बताया कि ये शातिर ठग अनोखा तरीका अपनाते थे. ये फोटो और व्यापारियों के नाम का इस तरह इस्तेमाल करते थे कि ट्रू कॉलर आईडी पर भी नामी-गिरामी व्यपारियों के फोटो फ्लैश होते. साथ ही डीपी पर फोटो भी उसी व्यापारी का लगा लेते थे जिसके नाम से फर्जी कॉल किया जा रहा है.ये मिली थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि 4 दिसंबर को पंजाबी सर्राफ ज्वेलर्स के मैनेजर की ओर से शिकायत मिली थी. किसी व्यक्ति ने उन्हें मुंबई के नामी ज्वेलर्स के मालिक के नाम से फोन किया. नंबर के साथ उसका फोटो भी दिख रहा था. वह इंदौर में अपना 4 लाख रुपया अटका होने पर इस रकम को दिल्ली में पेमेंट करने की गुजारिश कर रहा था. उसने कहा कि दिल्ली में फंसा हूं, 4 लाख कैश दिलवा दो, मेरा बंदा पेमेंट दे जाएगा. उसके फोटो को देखकर मैनेजर विश्वास में आ गया कि यह कॉल उन्हीं की लिंक का है. फिर उन्होंने अपने एक रिश्तेदार के जरिए दिल्ली में पेमेंट करवा दिया.
कुछ घंटे बाद जब फरियादी को इंदौर में अपना पेमेंट प्राप्त नहीं हुआ तो उसे धोखाधड़ी का पता चला. इसके बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज करवाई. मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर टीमों को सूरत, जयपुर, दिल्ली, जालौर सहित कई स्थानों पर भेजा है.
साइबर क्राइम सेल ने करोड़ों की ठगी करने वाली गैंग के दो गुर्गों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया. हालांकि, गैंग का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. गैंग के कई अन्य सदस्य भी फरार हैं. पुलिस के मुताबिक, ये शहर के जवैलर्स को अपना परिचय देकर उनसे रुपए देने का सहयोग मांगते थे. और, पैसे पहुंचते ही मोबाइल बंद कर देते थे.
जबरदस्त शातिर हैं बदमाश
पुलिस ने बताया कि ये शातिर ठग अनोखा तरीका अपनाते थे. ये फोटो और व्यापारियों के नाम का इस तरह इस्तेमाल करते थे कि ट्रू कॉलर आईडी पर भी नामी-गिरामी व्यपारियों के फोटो फ्लैश होते. साथ ही डीपी पर फोटो भी उसी व्यापारी का लगा लेते थे जिसके नाम से फर्जी कॉल किया जा रहा है.ये मिली थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि 4 दिसंबर को पंजाबी सर्राफ ज्वेलर्स के मैनेजर की ओर से शिकायत मिली थी. किसी व्यक्ति ने उन्हें मुंबई के नामी ज्वेलर्स के मालिक के नाम से फोन किया. नंबर के साथ उसका फोटो भी दिख रहा था. वह इंदौर में अपना 4 लाख रुपया अटका होने पर इस रकम को दिल्ली में पेमेंट करने की गुजारिश कर रहा था. उसने कहा कि दिल्ली में फंसा हूं, 4 लाख कैश दिलवा दो, मेरा बंदा पेमेंट दे जाएगा. उसके फोटो को देखकर मैनेजर विश्वास में आ गया कि यह कॉल उन्हीं की लिंक का है. फिर उन्होंने अपने एक रिश्तेदार के जरिए दिल्ली में पेमेंट करवा दिया.
कुछ घंटे बाद जब फरियादी को इंदौर में अपना पेमेंट प्राप्त नहीं हुआ तो उसे धोखाधड़ी का पता चला. इसके बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज करवाई. मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर टीमों को सूरत, जयपुर, दिल्ली, जालौर सहित कई स्थानों पर भेजा है.